विदेश में बैठे सिख अपराधियों को NIA कराएगी डेजिग्नेटिड आतंकवादी घोषित केंद्र से की सिफारिश

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने विदेश में बैठे उन अपराधियों को डेजिग्नेटिड आतंकवादी घोषित कराने की सिफारिश की है, जो पंजाब और आसपास के राज्‍यों में बड़ी साजिशें रच रहे हैं. इन अपराधियों के सीमा पार सक्रिय आतंकी संगठनों से गठजोड़ का पता चला है.

विदेश में बैठे सिख अपराधियों को NIA कराएगी डेजिग्नेटिड आतंकवादी घोषित केंद्र से की सिफारिश
हाइलाइट्सNIA विदेश में बैठ साजिश कर रहे अपराधियों पर कसेगी शिकंजा आतंकियों के नाम सहित केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी सिफारिशकहा- ऐसे अपराधियों को डेजिग्नेटिड आतंकवादी घोषित किया जाए नई दिल्‍ली. भारत के खिलाफ आतंकवादी अपराधी गठजोड़ पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) कड़ा प्रहार करने जा रही है. इसके तहत NIA ने केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) से विदेश में बैठे सिख आतंकवादियों को डेजिग्नेटिड आतंकवादी घोषित करने की सिफारिश की है. इसके पहले चरण में विदेश में बैठे 5 सिख आतंकवादियों को इस श्रेणी के तहत लाया जा सकता है. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इस बाबत अधिसूचना जारी किए जाने के बाद इन आतंकवादियों की देश और विदेश में मौजूद संपत्ति को जब्त किया जा सकता है. विभिन्न देशों में बैठे मोस्ट वांटेड गैंगस्टर द्वारा पंजाब और उसके आसपास के राज्यों में जिन बड़ी आपराधिक आतंकवादी वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है, उससे विदेश में बैठे गैंगस्टर भारतीय सुरक्षा के लिए खतरा बन चुके हैं. इन गैंगस्टरों के सीमा पार से सक्रिय आतंकी गुटों से बन चुके संबंध हैं. सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि पिछले कुछ समय के दौरान इन गैंगस्टरों द्वारा बड़ी-बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है. इनका मकसद सीधे तौर पर भारत में अशांति फैलाना है. चाहे वह किसी के टारगेट किलिंग के जरिए हो या फिर हथियार और ड्रग्स भेज कर. आतंकवाद को यदि समय रहते खत्म नहीं किया गया तो ..  सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसे वाला, कबड्डी खिलाड़ी संदीप अंबिया और विक्की मिट्ठू खेड़ा की निर्मम हत्याएं विदेश में बैठे इन गैंगस्टरों के इशारे पर की गई है. इस संगठित अपराध आतंकवाद को यदि समय रहते खत्म नहीं किया गया तो आने वाले समय में पंजाब के अलावा और कई राज्यों में ये लोग बड़ी वारदातों को अंजाम दे सकते हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा पर आए खतरे को देखते हुए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने भी इनमें से कई मामले जांच के लिए अपने हाथ में लिए हैं. सूत्रों ने बताया कि नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने विदेश में बैठे इन गैंगस्टर आतंकवादियों की एक लिस्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी है इस लिस्ट में कनाडा में बैठे अर्शदीप डल्ला, लखबीर सिंह लाडा, गोल्डी बरार के अलावा पाकिस्तान में बैठे हरविंदर सिंह रिंडा, अर्मीनिया में लक्की पटियाल आदि के नाम भी शामिल है. विदेश से ये आतंकी देश को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा रहे  एनआईए ने पूरे डोजियर और आरोपपत्र बना कर गृह मंत्रालय को दिया है. एनआईए ने गृहमंत्रालय से कहा कि विदेश से ये आतंकी देश को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा रहे हैं. आंतकी गतिविधियों को चलाने के लिए युवाओं के मन में आंतकवाद के सिद्धांतों को स्थापित कर रहे हैं. साथ ही धन और हथियार भी मुहैया करा रहे हैं. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से सिफारिश की है कि इन लोगों को डेजिग्नेटिड आतंकवादी घोषित किया जाए जिससे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके. गृह मंत्रालय इसके पहले 36 लोगों को डेजिग्नेटिड आतंकवादी घोषित कर चुका केंद्रीय गृह मंत्रालय इस मामले में जांच एजेंसी द्वारा दिए गए सभी सबूतों का आकलन करेगा और फिर उसके बाद पुख्ता प्रमाण पाए जाने पर इन्हें डेजिग्नेटिड आतंकवादी घोषित किए जाने की अधिसूचना जारी कर सकता है. इस अधिसूचना के बाद ऐसे आतंकवादियों की देश और विदेश में मौजूद संपत्ति को जांच एजेंसी जब्‍त कर सकती है. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के अनुरोध पर केंद्रीय गृह मंत्रालय इसके पहले 36 लोगों को डेजिग्नेटिड आतंकवादी घोषित कर चुका है. इसमें दाऊद इब्राहिम, मौलाना मसूद अजहर, हाफिज मोहम्मद, शहीद जकी उर रहमान लखवी समेत खालिस्तानी अलगाववादी आंदोलन से जुड़े लखबीर सिंह रोडे, वधावा सिंह बब्बर, रंजीत सिंह नीता, परमजीत सिंह उर्फ पंजवार, गुरपंत सिंह पन्नू आदि के नाम शामिल हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: NIA, Terrorists, Union home ministryFIRST PUBLISHED : November 29, 2022, 22:07 IST