हेमंत सोरेन के CM बनने पर झारखंड-बंगाल बॉर्डर के इस गांव में क्यों है जश्न

Hemant Soren Oath Ceremony: हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नेमरा में उत्सव का माहौल है. हेमंत सोरेन के चौथी बार झारखंड का मुख्यमंत्री बनने की बात से ही लोगों की उम्मीदें जग गई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि उनका इलाका अब विकास के रास्ते पर चल पड़ेगा.

हेमंत सोरेन के CM बनने पर झारखंड-बंगाल बॉर्डर के इस गांव में क्यों है जश्न
हाइलाइट्स बिहार-बंगाल बॉर्डर पर रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड के नेमरा गांव में जश्न. हेमंत सोरेन पैतृक गांव है नेमरा, 2013 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे हेमंत. रामगढ़/जावेद खान. राजनीतिक रूप से हेमंत सोरेन संथाल के बरहेट सीट से विधायक चुने जाते हैं और यह उनकी कर्मभूमि है. लेकिन, सीएम सोरेन की जन्मभूमि और पैतृक गांव रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड के नेमरा गांव में है. बंगाल बॉर्डर से सटे और बरलंगा थाना क्षेत्र के गोला प्रखंड अंतर्गत पड़ने वाले नेमरा गांव जंगल और पहाड़ों के बीच में अवस्थित है. इसी गांव से झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन ने महाजनी प्रथा के विरोध में आंदोलन का बिगुल फूंका था. बता दें कि महाजनी प्रथा का विरोध करते हुए शिबू सोरेन के पिता सोबरन सोरेन की हत्या महाजनों ने बरलंगा के लुकैया टांड के निकट 67 साल पूर्व कर दी थी. इस हत्या के बाद शिबू सोरेन ने महाजनों के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत की और फिर वे झारखंड मुक्ति मोर्चा में विनोद बिहारी महतो के साथ सक्रिय होकर राजनीति में आ गए. शिबू सोरेन ने अपना राजनीतिक क्षेत्र संथाल के दुमका को चुना यहां से हुए वे कई बार सांसद चुने गए. पिता शिबू सोरेन के रास्ते पर चलते हुए उनके पुत्र हेमंत सोरेन ने भी संथाल और दुमका को ही राजनीति का केंद्र बनाया और दुमका से पहली बार विधायक चुनकर विधानसभा में पहुंचे और वर्ष 2013 में पहली बार मुख्यमंत्री बने. वर्ष 2019 में गठबंधन के नेता चुने जाने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. 2024 के जनवरी माह में जब उन्हें जेल जाना पड़ा था. उस वक्त उन्हें मुख्यमंत्री की गद्दी छोड़नी पड़ी थी. पांच महीने जेल में बिताने के बाद पुनः हेमंत बाहर आए और उन्होंने चंपाई सोरेन की जगह पर फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद 2024 के विधानसभा चुनाव में विपरीत परिस्थितियों के बीच शानदार प्रदर्शन करते हुए 56 सीटों के साथ बंपर जीत हासिल की और चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेने जा रहे. नेमरा गांव के सतीश बताते हैं कि उनके गांव का बेटा और भाई राज्य की कमान संभालने जा रहा है यह उन लोगों के लिए गर्व का विषय है. नेमरा के बगल के गांव दूधी माटी की बलावती कुमारी ने बताया कि हम लोगों को उच्च शिक्षा के लिए फिलहाल रामगढ़ और रांची जाना पड़ता है. अब हेमंत दादा से उम्मीद है कि गोला और बरलंगा क्षेत्र में उच्च शिक्षा की व्यवस्था होगी. झामुमो के केंद्रीय महासचिव और रामगढ़ जिले के निवासी फागू बेसरा ने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रामगढ़ जिले के निवासी जरूर हैं, लेकिन वे पूरे झारखंड के हैं और सभी के लिए एक समान विकास और रोजगार की सोच रखते हैं. वह झारखंडियों के हितों के जनक हैं इस बार झारखंड तेजी से विकास करेगा और सभी को सम्मान और रोजगार के अवसर मिलेंगे. Tags: Hemant soren, Jharkhand PoliticsFIRST PUBLISHED : November 28, 2024, 15:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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