मैं तो जिंदा हूं! जब अफसरों के सामने अपने जीवित होने का सुबूत लेकर पहुंचा ‘मुर्दा’ बुर्जुग

Jharkhand News: गोमिया विधायक डॉ लम्बोदर महतो ने कहा है कि ये सिर्फ एक ही मामला नहीं है. इस तरह के लगभग हजार मामले गोमिया विधानसभा क्षेत्र में है.

मैं तो जिंदा हूं! जब अफसरों के सामने अपने जीवित होने का सुबूत लेकर पहुंचा ‘मुर्दा’ बुर्जुग
बोकारो. साहब…मैं तो जिंदा हूं. ऐसा सुनते ही अधिकारी भी चौंक गए. बुजुर्ग बोला- मेरी पैंशन रोक दी गई है. कई बार प्रशासन को अवगत करवा चुका हूं, लेकिन कोई नहीं सुनता है. मामला झारखंड के बोकारो का है. जानकारी के अनुसार, गोमिया प्रखंड के होसिर मध्य विद्यालय मैदान में शुक्रवार को आयोजित आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम में 64  वर्षीय वृद्ध घमु प्रजापति ने उपस्थित होकर अधिकारियों के समक्ष खुद के जिंदा होने का सबूत दिया. साथ ही कहा कि साहब मैं तो जिंदा हूं, लेकिन सरकारी दस्तावेजों में मृत घोषित कर मेरी पेंशन रोक दी गई है. अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि नए सिरे से पेंशन के लिए आवेदन दें तो शीघ्र ही राशि मिलनी शुरू हो जाएगी. 64 साल के घमु प्रजापति को वृद्धावस्था की पेंशन मिलती थी. जो बंद हो गई. छानबीन की तो पता चला कि सरकारी दस्तावेजों में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है. अधिकारियों के सामने प्रमाण के तौर पर बुजुर्ग ने दस्तावेज भी दिखाया. गोमिया विधायक डॉ लम्बोदर महतो ने कहा है कि ये सिर्फ एक ही मामला नहीं है. इस तरह के लगभग हजार मामले गोमिया विधानसभा क्षेत्र में है. जहां जिंदा व्यक्ति को मृत घोषित कर वृद्धा एवं विधवा पेंशन बंद कर दी गई है. वे इस संबंध में सरकार एवं जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि इस मामले में संज्ञान लेते हुए त्वरित गति से इसका संशोधन करें, जिससे पुनः ऐसे लाचार व्यक्तियों का पेंशन चालू हो सके. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Bihar Jharkhand News, Bokaro newsFIRST PUBLISHED : November 05, 2022, 09:13 IST