कैंसर पर सिद्धू के दावे पर विवाद टाटा अस्‍पताल के 262 डॉक्‍टर्स ने क्‍या कहा

Navjot Singh Sidhu News: नवजोत सिंह सिद्धू के दावे के बाद टाटा मेमोरियल अस्‍पताल के 262 डॉक्‍टर्स ने एक बयान पर साइन कर उसे लोगों के बीच जारी किया. अस्‍पताल प्रशासन ने कहा कि इस तरह के बयान से मूर्ख ना बनें और कैंसर का इलाज करा रहे लोग इसे बीच में ना रोकें.

कैंसर पर सिद्धू के दावे पर विवाद टाटा अस्‍पताल के 262 डॉक्‍टर्स ने क्‍या कहा
Navjot Singh Sidhu News: पूर्व भारतीय क्रिकेटर और पॉलिटीशियन नवजोत सिंह सिद्धू ने हाल ही में यह दावा किया कि उनकी पत्‍नी को कैंसर था और उन्‍होंने नींबू पानी, कच्‍ची हल्‍दी और नीम की मदद से पत्‍नी को 40 दिन में ठीक कर दिया. जैसे ही सिद्धू की प्रेस कॉन्‍फ्रेंस का वीडियो सामने आया, वो देखते ही देखते वायरल भी हो गया. ऐसा होना लाजमी भी था क्‍योंकि कैंसर जैसी ला इलाज बीमारी का इलाज लाख प्रयासों के बावजूद भी अबतक नहीं ढूंढ़ा जा सका है. अब इस मामले में टाटा मेमोरियल अस्‍पताल की तरफ से भी एक बयान जारी किया गया है. अस्‍पताल का कहना है कि बेवजह इस तरह से मूर्ख बनने की जरूरत नहीं है. टाटा मेमोरियल अस्पताल के निदेशक डॉ. सी.एस. प्रमेश ने एक्स पर एक बयान जारी किया. इसे अस्पताल के 262 ऑन्कोलॉजिस्ट द्वारा साइन किया गया है. कहा गया है कि इन टिप्पणियों का समर्थन करने के लिए कोई हाई-क्‍वालिटभ्‍ वाले सबूत उपलब्‍ध नहीं है. कहा  गया, “वीडियो के कुछ हिस्सों में यह संकेत मिलता है कि डेयरी उत्पाद और चीनी न खाने, हल्दी और नीम का सेवन करने से कैंसर को भूखा रखने से उसे ठीक करने में मदद मिली. इनमें से कुछ उत्पादों के लिए शोध चल रहा है, लेकिन वर्तमान में एंटी-कैंसर एजेंट के रूप में उनके उपयोग की सिफारिश करने के लिए कोई ​​डेटा नहीं है.” बयान में आगे कहा गया, “हम लोगों से आग्रह करते हैं कि वे अप्रमाणित उपायों का पालन करके अपने उपचार में देरी न करें, बल्कि अगर उनमें कैंसर के कोई लक्षण हैं, तो विशेषज्ञ से परामर्श लें. अगर समय रहते पता चल जाए तो कैंसर का इलाज संभव है और कैंसर के लिए सिद्ध उपचारों में सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी शामिल हैं.” इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था, “लगभग डेढ़ से दो साल पहले, नोनी (नवजोत कौर सिद्धू) को कैंसर होने का पता चला था. वो संघर्ष करती रही और हर जगह भागती रही. वो और मैं और सभी ने माना कि हम गलत थे. हालांकि मुझे ऑपरेशन होने के बाद ही इसके बारे में पता चला. वह स्टेज 4 कैंसर से जूझ रही थी और उसके बचने की 3% संभावना थी. आज मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि नोनी को चिकित्सकीय रूप से कैंसर मुक्त घोषित किया गया है. उसने कैंसर को इसलिए नहीं हराया क्योंकि हमारे पास पैसा था, बल्कि इसलिए क्योंकि वह अनुशासित थी और सख्त दिनचर्या का पालन करती थी. सरकारी अस्पतालों में भी कैंसर का प्रभावी ढंग से इलाज किया जा सकता है.” नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पिछले 40 दिन में कच्‍ची हल्‍दी, नीम्‍बू पानी और नीम की पत्तियों की मदद से यह संभव हो पाया. Tags: Hindi news, Navjot singh sidhuFIRST PUBLISHED : November 24, 2024, 14:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed