प्रयागराज से 40 किलोमीटर दूर गऊ घाट पर पिछले 34 साल से दिन-रात सीताराम का जप रहा है. 24 घंटे सीताराम का ये जप 1990 से चल रहा है. 1990 में अयोध्या में कारसेवा की घटना के बाद से महंत जयराम दास जी महराज ने सीताराम का जप आजीवन करने का ठाना. तब से लेकर ये सिलसिला चल रहा है.