पैंगोलिन के रेस्क्यू का वीडियो हुआ वायरल स्कूल में मिलने से मच गया हड़कम्प

Mirzapur News: डीएफओ अरविंद राज मिश्रा ने लोकल 18 से बातचीत बताया कि पैंगोलिन मिलने के बाद तत्काल वन विभाग की टीम ने पहुंचकर रेस्क्यू किया. अंधविश्वास की वजह से यह यह प्रजाति विलुप्त हो रही है.

पैंगोलिन के रेस्क्यू का वीडियो हुआ वायरल स्कूल में मिलने से मच गया हड़कम्प
मुकेश पांडेय/मिर्जापुर : उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्कूल में पैंगोलिन मिलने से हड़कंप मच गया. दुर्लभ प्रजाति के इस जानवर को देखने के लिए भारी संख्या में आस-पास के ग्रामीण स्कूल पहुंच गए. स्कूल प्रबंधन की ओर से तुरंत इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग को दी गई. मौके पर पहुंची वन विभाग और पुलिस की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद पैंगोलिन को रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई. इस दुर्लभ प्रजाति के जानवर पैंगोलिन को देखने के लिए दूर-दूर से ग्रामीण आ रहे थे और इसके बारे में जानने के लिए उनमें उत्सुकता बनी रही. राजगढ़ थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर में स्थित रूद्र इंटरनेशनल स्कूल में अचानक पैंगोलिन दिखाई दिया. पैंगोलिन को देखकर स्कूल के छात्रों में हड़कंप मच गया. छात्रों ने इसकी सूचना विद्यालय के स्टाफ को दी. स्टाफ ने तुरंत पुलिस और वन विभाग को सूचित किया. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के रेंजर राकेश कुमार सिंह ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए पैंगोलिन को पिंजरे में बंद किया और फिर उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाकर छोड़ दिया. अंधविश्वास की वजह से विलुप्ति का खतरा डीएफओ अरविंद राज मिश्रा ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि पकड़े गए पैंगोलिन का वजन लगभग 5 किलोग्राम है और इसकी लंबाई लगभग 2 फीट है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसके नाखून की भारी मांग है, जिसकी वजह से इसकी कीमत करोड़ों रुपये तक पहुंच जाती है. पैंगोलिन के शरीर पर केराटिन के शल्क होते हैं, जो इसे सुरक्षित रखते हैं. अंधविश्वास और तस्करी की वजह से इस प्रजाति पर विलुप्ति का खतरा मंडरा रहा है. भारत और श्रीलंका में पाए जाते हैं पैंगोलिन डीएफओ ने बताया कि पैंगोलिन सिर्फ दीमक और चींटियों का आहार करता है. इनकी प्रजाति नेपाल, श्रीलंका, भूटान और भारत के पहाड़ी इलाकों में पाई जाती है. उन्होंने अपील की कि आम जनता बिना किसी भ्रम में पड़े वन्य जीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और अगर किसी को वन्य जीव दिखे तो इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दें. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 25, 2024, 11:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed