ड्रोन से दवाओं का छिड़काव करेंगी प्रयागराज की ये महिलाएं मिली ट्रेनिंग
ड्रोन से दवाओं का छिड़काव करेंगी प्रयागराज की ये महिलाएं मिली ट्रेनिंग
प्रयागराज में चाका ब्लॉक के सारंगपुर गांव की खुशबू यादव (26) की शादी हो चुकी है. वह शीतला देवी आजीविका मिशन स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं. उन्हें 15 दिनों का ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण दिया जा चुका है. प्रशिक्षण पूरा होते ही उनको ड्रोन सौंप दिया गया, जिससे उनका चेहरा खिल उठा.
प्रयागराज. केंद्र व राज्य सरकार खेतों में नैनो प्रौद्योगिकी की सहायता से एवं मशीनीकरण का प्रयोग कर अधिक पैदावार करने की कोशिश कर रही है. जहां पहले खेतों में दवाओं की छिड़काव को करने में किसानों के दिन बीत जाते थे, वहीं मात्र दो घंटे में एक एकड़ से अधिक खेत पर आसानी से ड्रोन द्वारा खेतों में दवाओं का छिड़काव किया जा सकता है. प्रयागराज में अब ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत प्रयास किया जा रहा है. इसमें महिलाओं को इस योजना के तहत ड्रोन सौंपकर खेतों की सिंचाई, दवाओं का छिड़काव एवं अन्य कार्यों में प्रयोग के लिए जिम्मेदारी दी जा रही है. इसके लिए इन महिलाओं को 15 दिन का ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है. नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत प्रयागराज की 15 महिलाओं को सरकार की ओर से 10 लाख रुपये का ड्रोन उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिया गया है. इसके प्रयोग से ये महिलाएं कमाई भी कर सकती हैं.
प्रयागराज में चाका ब्लॉक के सारंगपुर गांव की खुशबू यादव (26) की शादी हो चुकी है. वह शीतला देवी आजीविका मिशन स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं. उन्हें 15 दिनों का ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण दिया जा चुका है. प्रशिक्षण पूरा होते ही उनको ड्रोन सौंप दिया गया, जिससे उनका चेहरा खिल उठा. खुशबू लोकल 18 से कहती हैं कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह ड्रोन चला सकती हैं या खरीद सकती हैं लेकिन सरकार की नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत इतनी बड़ी जिम्मेदारी उन्हें दी गई है ताकि वह किसानों को उनके कृषि कार्यों में ड्रोन के माध्यम से हर संभव मदद कर सकें.
मां सरस्वती आजीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं बबीता मौर्य
वहीं सैदाबाद प्रयागराज की बबीता मौर्य 30 साल की हैं और उनके दो बच्चे भी हैं. वह मां सरस्वती आजीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं. उन्हें नैनी एयर स्प्रे सेंटर में ड्रोन चलाने की 15 दिनों की ट्रेनिंग दी गई. बबीता मौर्य ने लोकल 18 से कहा कि अगर एक महिला को सरकार की ओर से इस तरह से आत्मनिर्भर बनाया जाएगा, तो निश्चित ही महिलाएं एक दिन सभी जिम्मेदारियों को उठाने में सक्षम होंगी. ड्रोन के माध्यम से पेड़ों पर फल पकने के बाद उन्हें निकालने और खेतों में फसल पर दवाओं के छिड़काव आदि में काफी मदद मिलेगी. बबीता कहती हैं कि उन्हें एक हेक्टेयर भूमि में दवा छिड़काव करने पर ₹500 की आय भी प्राप्त होगी.
Tags: India drone, Local18, Prayagraj News, UP newsFIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 14:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed