मिर्जापुर में वन विभाग का खास प्लान यहां स्थापित होगीं हरिशंकरी वाटिकाएं

Mirzapur Forest Department: मिर्जापुर वन विभाग द्वारा आठ वन रेंज में पीपल, पाकड़ और बरगद के पौधे से वाटिका तैयार की जाएगी. ऐसे में भगवान का प्रतीक होने की वजह से इन वृक्षों के संरक्षण में वन विभाग को मदद मिलेगी.

मिर्जापुर में वन विभाग का खास प्लान यहां स्थापित होगीं हरिशंकरी वाटिकाएं
मुकेश पांडेय/मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश में वृक्षों के संरक्षण को लेकर वन विभाग ने अनोखा पहल किया है. यहां आठ वन रेंज में भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश के प्रतीक पीपल, पाकड़ और बरगद के पौधे से वाटिका तैयार की जाएगी. इसके लिए वन विभाग ने प्लान तैयार कर लिया है. अगस्त माह में स्थापित होगी वाटिका अगस्त माह में वाटिका स्थापित करने के लिए पौधारोपण किया जाएगा. भगवान का प्रतीक होने की वजह से इन वृक्षों के संरक्षण में वन विभाग को मदद मिलेगी. हरिशंकरी वृक्षों से न सिर्फ छाया और ऑक्सीजन मिलती है, बल्कि ये पौधे औषधीय गुणों से युक्त होते हैं. वन विभाग की ओर से 8 वन रेंज में 77 हरिशंकरी वाटिकाएं स्थापित की जाएंगी. इनमें एक ही जगह पर भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश के प्रतीक पीपल, पाकड़ और बरगद के पौधे लगाए जाएंगे. वन विभाग 62 वाटिकाओं में से 14 अगस्त को और 17 वाटिकाओं में 15 अगस्त को पौधारोपण करेगी. वृक्षों के संरक्षण में आम जनता का सहयोग मिल सके, इसके लिए वन विभाग ने हरिशंकरी वाटिका स्थापित करने की पहल की है. पुराणों में है इन वृक्षों का जिक्र डीएफओ अरविंद राज मिश्रा ने बताया कि पीपल, पाकड़ और बरगद को हरिशंकरी वृक्ष कहा गया है. पीपल को विष्णु , बरगद को भगवान शिव का स्वरूप माना गया है. उन्होंने बताया कि मत्स्य पुराण में माता पार्वती के श्राप के बाद ब्रह्मा प्लास, भगवान शिव बरगद और विष्णु भगवान पीपल के वृक्ष बन गए. तीनों वृक्षों के साथ लगाने से सभी एक साथ विकसित होते हैं. औषधीय गुणों से युक्त हैं पौधे डीएफओ अरविंद राज मिश्रा ने बताया कि हरिशंकरी वृक्षों के कभी पत्ता खत्म नहीं होते हैं. पत्तों से रहित न होने की वजह से छाया भी मिलता है. इन वृक्षों में औषधीय गुण और आध्यात्मिक प्रवाह होती है. हरिशंकरी पेड़ का जिक्र रामचरित मानस में भी किया गया है. यह वृक्ष जीव-जंतुओं के आश्रय स्थल होने के साथ ही उन्हें खाने के लिए फल भी प्रदान होता है. Tags: Local18, Mirzapur City News, Mirzapur news, Mirzapur News TodayFIRST PUBLISHED : July 16, 2024, 11:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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