यूपी में यहां ले सकते हैं आर्चरी की ट्रेनिंग इंटरनेशलन लेवल के कोच हैं मौजूद
यूपी में यहां ले सकते हैं आर्चरी की ट्रेनिंग इंटरनेशलन लेवल के कोच हैं मौजूद
अगर आप भी तीरंदाजी सीखना चाहते हैं तो चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय बेहतर केंद्र साबित हो सकता है. स्पोर्ट्स ऑफिसर गुलाब सिंह रुहल के अनुसार यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के बेहतर कोच मौजूद है. यहां हर तरह का आधुनिक उपकरण भी उपलब्ध कराया गया है. जिसके माध्यम से युवा अपना लक्ष्य साध सकते हैं.
मेरठ. ऐसे युवा जो आर्चरी में प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं और मेरठ में ऐसे इंस्टीट्यूट की तलाश कर रहे हैं, तो उनका तालाश अब खत्म होने वाला है. मेरठ में ही आपको आधुनिक उपकरणों से लैस प्रशिक्षण संस्थान मिल जाएगा. आर्चरी का प्रशिक्षण लेने के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में संचालित स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट एक अच्छा केंद्र साबित हो सकता है. यहां युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराया गया है.
युवाओं के बेहतर प्रशिक्षण पर है फोकस
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में संचालित स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट के स्पोर्ट्स ऑफिसर गुलाब सिंह रूहल ने लोकल 18 को बताया कि जिस तरीके से ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी बेहतर परफॉर्म कर रहे हैं. ऐसे में युवाओं में खेल के प्रति जिज्ञासा बढ़ रही है. विश्वविद्यालय प्रशासन की भी यही कोशिश है कि युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण मिल सके. ऐसे में जो भी युवा आर्चरी से संबंधित तैयारी करना चाहते हैं. उन सभी के लिए स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट के द्वार खुले हुए हैं. यहां आधुनिक सुविधाओं के बीच अपनी तैयारी कर सकते हैं.इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का कोच भी मौजूद है. सुबह और शाम युवाओं को प्रैक्टिस कराया जाता है. ताकि वे अपने लक्ष्य को साधने में कामयाब हो सके. सबसे खास बात यह है कि यहां किसी भी स्टूडेंट से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है.
खेलने के लिए मिलता है पर्याप्त समय
आर्चरी सीख रहे रिजवान ने लोकल 18 को बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में आर्चरी सीखने के लिए काफी सुविधा उपलब्ध कराई गई है. एक तरफ जहां बेहतर कोचिंग उपलब्ध है तो वहीं दूसरी ओर लक्ष्य साधने के लिए जो धनुष और बाण है, वह भी आधुनिक टेक्नोलॉजी से भरपूर है. जिसकी कीमत 4 से 5 लाख रुपए के आस-पास होगी. उन्होंने बताया कि समय-सारणी को लेकर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध है. जितना चाहे आप यहां प्रैक्टिस कर सकते हैं. समय की कोई पाबंदी नहीं है. जबकि अन्य केंद्र पर जाएंगे तो निश्चित समय के अंदर ही तीरंदाजी करने का अवसर मिलता है.
बेहतर प्रशिक्षण के लिए जाना होगा दिल्ली
आर्चरी से संबंधित जानकार अर्जुन बताते हैं कि अगर आधुनिक स्तर की सुविधाओं के बीच आपको आर्चरी की प्रैक्टिस करनी है, तो उसके लिए सबसे बेहतर इंस्टीट्यूट दिल्ली के अंदर ही देखने को मिलते हैं. ऐसे में जो भी युवा तीरंदाजी सीखना चाहते हैं. अलग-अलग मानकों के अनुसार इंस्टीट्यूट द्वारा फीस निर्धारित की गई है.
Tags: Local18, Meerut news, Sports news, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 10, 2024, 18:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed