बेटी का ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का मां से है वादा घर वाले कर रहे इंतजार

Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में देश को भारतीय युवा खिलाड़ियों से काफी उम्मीद है. ऐसे में हर किसी की नजर युवा खिलाड़ियों पर बनी हुई है. ऐसे में मेरठ की बेटी पारुल चौधरी से उनके परिवार और कोच को गोल्ड लाने की पूरी उम्मीद है.

बेटी का ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का मां से है वादा घर वाले कर रहे इंतजार
विशाल/भटनागर मेरठ: पेरिस ओलंपिक गेम्स की शुरुआत हो गई है. हर किसी की निगाहें युवा खिलाड़ियों पर टिकी हुई है. कौन अपनी परफॉर्म के बदौलत एक बार फिर विश्व में नया कीर्तिमान हासिल करता है. ऐसे में भारतवासियों की भी निगाहें भारतीय खिलाड़ियों पर टिकी हुई है कि वह ओलंपिक में परचम लहराएंगे. इसी कड़ी में लोकल-18 की टीम द्वारा मेरठ के इकलौता गांव में रहने वाली पारुल चौधरी के परिवार से खास बातचीत की. पारुल चौधरी के परिजनों ने कहा कि उन्हें पूरा उम्मीद है कि उनकी बेटी एक बार फिर गोल्ड मेडल लाकर भारत का नाम विश्व में रोशन करेगी. बेटी लहराएगी परचम  पारूल चौधरी के पिता किशन पाल सिंह ने लोकल-18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि उन्हें पूरा विश्वास है कि उनकी बेटी ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करते हुए भारत को गोल्ड मेडल दिलाएगी. उन्होंने बताया कि 4 अगस्त को वह अपने गेम्स में प्रतिभाग करेंगी. ऐसे में वह बेसब्री से इस दिन का इंतजार कर रहे हैं. जिससे कि टीवी की स्क्रीन पर अपनी बेटी को नया कीर्तिमान रचते हुए देख सकें. उन्होंने बताया कि उनकी पारुल से बात भी हुई है. पर पारुल अपने गेम पर फोकस करते हुए प्रैक्टिस में लगी हुई है. वह कहते हैं कि पारुल की खासियत यह है कि उसने कठिन डगर के बीच अपने रास्तों को चुना है. ऐसे में वह उन्हीं कठिन डगर की बदौलत सफलता की ओर नई कीर्तिमान हासिल कर रही है. लड्डू गोपाल की कृपा से बेटी रचेगी इतिहास पारुल चौधरी की मां राजेश देवी ने बताया कि वह लड्डू गोपाल से दिन रात यही प्रार्थना कर रही हैं कि उनकी बेटी ओलंपिक में भारत को गोल्ड दिलाकर भारत का नाम विश्व में गर्व के साथ रोशन कर सके. उन्होंने बताया कि बेटी के लिए वह खास तैयारी भी कर रही हैं. जिससे कि जब यह उपलब्धि वह हासिल कर भारत लौटे. तो उनका भव्य रूप से स्वागत करते सरप्राइज दे सकूं. पारुल चौधरी की मां ने बताया कि एक दौर था जब पारुल टूटी फूटी सड़कों पर दौड़ लगाते हुए प्रैक्टिस करती थी तो समाज ताने देता था, लेकिन उनकी बेटी ने जिस तरीके से नए-नए कीर्तिमान हासिल किए हैं. आज हर व्यक्ति अपनी बेटी को इसी तरह से आगे बढ़ते हुए देखना चाहता है. बहन से है रक्षाबंधन के उपहार का इंतजार पारुल के भाई राहुल चौधरी कहते हैं कि उनकी बहन की बदौलत आज गांव ही नहीं बल्कि विश्व भर में उनके परिवार की एक अलग पहचान बन गई है. ऐसे में अब उन्हें अपनी बहन से एक खास उपहार का इंतजार है. उन्होंने कहा कि अगस्त में ही रक्षाबंधन है. ऐसे में उन्हें पूरा विश्वास है कि रक्षाबंधन के पावन पर्व से पूर्व उनकी बहन गोल्ड मेडल लाकर इतिहास रचेगी. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी बहन के लिए खास सरप्राइज भी तैयार किया है. यही नहीं पारुल की भाभी भी कहती है कि उनकी ननद में जो प्रतिभा है. उससे उन्हें पूरा विश्वास है कि वह गोल्ड मेडल लाकर परिवार का नाम घर के साथ रोशन करेंगी. पारुल को शुरुआती दौर में खेल की बारीकियां सिखाने वाले कोच गौरव त्यागी कहते हैं कि पारुल में वह प्रतिभा है. जिसकी बदौलत वह गोल्ड मेडल अवश्य लेकर आएंगी. पहले भी रच चुकी हैं इतिहास बता दें कि पारुल चौधरी ने एशियाई खेलों में 5000 मीटर महिलाओं की रेस में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा था. लगातार पीछे चल रहीं पारुल चौधरी ने आखिरी के 10 सेकेंड में पूरा जोर लगाया था. विपक्षी खिलाड़ी को पीछे छोड़ते हुए गोल्ड जीतने में कामयाब रही थी. वहीं, 3000 मीटर स्टीपल चेज में सिल्वर मेडल जीतकर पारुल चौधरी ने सभी को गौरवान्वित किया था. ऐसे में अबकी बार भी सभी को मेरठ की इस बेटी से काफी उम्मीदें हैं. Tags: 2024 paris olympics, Local18, Meerut news, Paris olympicsFIRST PUBLISHED : July 26, 2024, 12:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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