तब भी शास्त्री में ले सकेंगे एडमिशन इस यूनिवर्सिटी ने बदला नियम
तब भी शास्त्री में ले सकेंगे एडमिशन इस यूनिवर्सिटी ने बदला नियम
अब बिना संस्कृत भाषा की पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी शास्त्री में प्रवेश मिलेगा. इसके लिए विश्वविद्यालय के कार्य परिषद ने पहले ही सहमति दे दी थी और अब इसको लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति बिहारी लाल शर्मा ने आदेश भी जारी कर दिया है.
अभिषेक जायसवाल/वाराणसी. देव भाषा संस्कृत के उत्थान के लिए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ने बड़ा फैसला लिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने संस्कृत भाषा की पढ़ाई नहीं करने वाले छात्रों के लिए भी हायर एजुकेशन में प्रवेश का रास्ता साफ कर दिया है. नियमों में बदलाव कर विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि यदि 12 वीं के स्टूडेंट संस्कृत भाषा की पढ़ाई नहीं कि तो भी वें शास्त्री में प्रवेश लें सकेंगे.
बताते चलें कि इसके पहले बीए के समकक्ष शास्त्री में प्रवेश के लिए 12 वीं में संस्कृत भाषा की शिक्षा अनिवार्य थी. लेकिन अब बिना संस्कृत भाषा की पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी शास्त्री में प्रवेश मिलेगा. इसके लिए विश्वविद्यालय के कार्य परिषद ने पहले ही सहमति दे दी थी और अब इसको लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति बिहारी लाल शर्मा ने आदेश भी जारी कर दिया है.
ये है प्रमुख वजह
इस आदेश के बाद ज्योतिषशास्त्र पढ़ने में रुचि रखने वाले छात्रों को आसानी से विश्वविद्यालय में प्रवेश मिल सकेगा. हालांकि इस फैसले के पीछे एक वजह ये भी है कि विश्वविद्यालय में लगातार पुराने नियम के कारण स्टूडेंट्स की संख्या कम हो रही थी जिसको देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने नियमों में बदलाव किया. इस फैसले के बाद उम्मीद है कि विश्वविद्यालय में संस्कृत पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में वृद्धि होगी.
संस्कृत विद्यालय शिक्षक समिति ने की थी मांग
इसके पहले संस्कृत विद्यालय शिक्षक समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मांग को लेकर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति से मुलाकात की थी. राष्ट्रपति पुरस्कार पाएं डॉ गणेश दत्त शास्त्री ने इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था.उस समय ही विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति ने इसके लिए आश्वासन दिया था जिसपर अब फाइनल मुहर लग गई है. जिसमे बाद संस्कृत विद्यालय शिक्षक समिति ने इस पर खुशी जताई है.
Tags: Local18, SanskritFIRST PUBLISHED : May 7, 2024, 13:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed