RRTS कॉरिडोर का इंस्‍पेक्‍शन कैसी है काम की गति जांच के लिए पहुंचे अफसर

UP News : दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम (आरआरटीएस) के कॉरिडोर का व्यापक निरीक्षण किया गया है. यहां प्रोजेक्‍ट की गति, सुरक्षा की स्थिति और समय पर काम पूरा करने को लेकर निर्देश दिए गए. दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक सम्पूर्ण 82 किमी का कॉरिडोर जून 2025 की निर्धारित समयसीमा के भीतर संचालित करने का लक्ष्य है. 

RRTS कॉरिडोर का इंस्‍पेक्‍शन कैसी है काम की गति जांच के लिए पहुंचे अफसर
मेरठ . एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक और आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) के संयुक्त सचिव कुलदीप नारायण ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम (आरआरटीएस) के कॉरिडोर का व्यापक निरीक्षण किया. इस दौरे की शुरुआत दिल्ली में सराय काले खां और न्यू आशोक नगर के बीच निर्माणाधीन खंड के निरीक्षण के साथ हुई. नारायण ने कॉरिडोर पर चल रहे निर्माण के कार्यों की प्रगति का जायज़ा लिया. इस दौरान उन्होंने समय पर कार्य पूरा करने और सुरक्षा नियमों के पालन की अहमियत पर जोर दिया. इसके बाद, नारायण साहिबाबाद और मोदीनगर नार्थ के बीच ऑपरेशनल आरआरटीएस कॉरिडोर पर ऑपरेशनल कार्य कलापों और यात्री अनुभव का मूल्यांकन करने के लिए आगे बढ़े. इसके बाद उन्होंने निरीक्षण जारी रखते हुए मेरठ सेक्शन में प्रवेश किया. इस बीच उन्होंने कॉरिडोर पर निर्माण की प्रगति जांची और इंजीनियरों व साइट पर कार्यरत कर्मचारियों के साथ वार्ता की. जून 2025 तक की समय सीमा में निर्माण कराने पर जोर  वर्तमान में, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरीडोर का 34 किमी का सेक्शन, साहिबाबाद से मोदी नगर नार्थ तक, जिसमें आठ स्टेशन हैं, संचालित है. बाकी के सेक्शन पर निर्माण की प्रगति तेजी से हो रही है. दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक सम्पूर्ण 82 किमी का कॉरिडोर जून 2025 की निर्धारित समयसीमा के भीतर संचालित करने का लक्ष्य है. साहिबाबाद स्टेशन पर पहला इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन इधर साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन पर पहला ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित किया गया है. सुविधा, स्वच्छ ऊर्जा अपनाने और लास्ट माइल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने हेतु बनाया गया ईवी चार्जिंग स्टेशन सतत विकास की दिशा में एनसीआरटीसी ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए साहिबाबाद स्टेशन पर पहले इलैक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन का अनावरण किया है. अब यात्री अपने ई वाहनों को साहिबाबाद स्टेशन पर लाकर आसानी से चार्ज कर सकेंगे. साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन के गेट नंबर एक पर चार्जिंग स्टेशन  यह ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन के गेट नंबर एक पर स्थित बनाया गया है. इस ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन पर विभिन्न प्रकार के ई-वाहनों को चार्ज करने की सुविधा है. यात्रियों की सुविधा के लिए यहां वाहनों की चार्जिंग के लिए 3.3 किलोवाट की क्षमता वाली तीन धीमी चार्जिंग यूनिट और इसके साथ ही 30 किलोवाट की क्षमता वाली एक तेज़ चार्जिंग यूनिट लगाई गई है. निर्धारित मोबाइल एप्लिकेशन से मिलेगी सुविधा इस सुविधा का लुत्फ उठाने के लिए वाहन मालिकों को एक निर्धारित मोबाइल एप्लिकेशन का प्रयोग करना होगा, जिसमें वाहनों की चार्जिंग के दौरान उपयोग होने वाली विद्युत की खपत की मॉनिटरिंग भी की जा सकेगी.  इसके साथ ही इस मोबाइल एप्लिकेशन में वाहन चार्जिंग में उपयोग हुई विद्युत की यूनिट के हिसाब से ऑनलाइन भुगतान करने की भी सुविधा होगी. नमो भारत ट्रेनों के यात्रियों को मिलेगी सुविधा एनसीआरटीसी का यह कदम लास्ट माइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के कई उपायों में से एक है. इस स्टेशन पर यात्री अपने चौपहिया वाहनों को फास्ट चार्जिंग यूनिट पर महज एक घंटे में फुल चार्ज कर सकेंगे. वहीं धीमी चार्जिंग यूनिट पर चौपहिया वाहनों के चार्ज होने में लगभग 3 घंटे और दुपहिया वाहनों को लगभग डेढ़ घंटे का समय लगेगा. यात्री नमो भारत ट्रेनों में यात्रा करने के दौरान अपने वाहनों को चार्जिंग पर लगा सकते हैं और वापसी पर अपने वाहन को फुल चार्ज के साथ घर ले जा सकेंगे. ईवी चार्जिंग सुविधाओं का होगा विस्‍तार निकट भविष्य में ईवी चार्जिंग सुविधाओं को आरआरटीएस के अन्य स्टेशनों गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुराद नगर, मोदी नगर साउथ और मोदी नॉर्थ तक भी बढ़ाया जाएगा. इस विस्तार से न केवल आरआरटीएस यात्रियों को लाभ होगा, बल्कि स्थानीय निवासी भी इस सुविधा का उपयोग कर सकेंगे. एनसीआरटीसी लंबे समय से सतत विकास प्रयासों में अग्रणी रहा है, जो भारत की पहली रीजनल रेल परियोजना की शुरुआत के बाद से ही अपने इकोलॉजिकल फुटप्रिंट्स को कम करने का प्रयास कर रहा है. सभी ऊंचे स्टेशनों और डिपो पर सोलर प्लांट स्थापित होंगे पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति दृढ़ समर्पण के साथ, एनसीआरटीसी का लक्ष्य पूरे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर की कुल ऊर्जा आवश्यकता का 70% सौर ऊर्जा के माध्यम से प्राप्त करना है. इसे प्राप्त करने के लिए एनसीआरटीसी द्वारा सभी ऊंचे स्टेशनों और डिपो पर सोलर प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं, जो स्वच्छ ऊर्जा अपनाने के प्रति एनसीआरटीसी के सक्रिय दृष्टिकोण का उदाहरण है. इसके अलावा, राष्ट्रीय सौर मिशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और स्वच्छ और सतत ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने के लिए एनसीआरटीसी द्वारा मार्च 2021 में एक सौर नीति अपनाई गई. इस नीति के तहत एनसीआरटीसी अपने लक्ष्य की पूर्ति के हेतु अगले पांच वर्षों में गैर-कर्षण उद्देश्यों के लिए स्टेशनों, डिपो और अन्य इमारतों की छत पर सोलर प्लांट स्थापित करके लगभग 11 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पन्न करेगी. Tags: Delhi Meerut Expressway, Delhi-Meerut RRTS Corridor, Hindi news india, Indian Railway news, Latest hindi news, Meerut city news, NCR News, New Delhi news, Up hindi newsFIRST PUBLISHED : May 5, 2024, 17:18 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed