न जमीन की टेंशन न पैसों की चिंता इस काम से करें कमाई

Silkworms Cultivation or Silk Farming Business Idea: आपको अपने नजदीकी रेशम कीट विभाग जा कर संम्पर्क करना होता है और भूमिहीन प्रमाण देना होता है. अगर आपके पास भूमि है तो आप इस काम को घर से भी शुरू कर सकते हैं. इस काम को घर से शुरू करने के लिए.....

न जमीन की टेंशन न पैसों की चिंता इस काम से करें कमाई
रिपोर्ट: बिन्नू बाल्मिकि बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में रेशम विभाग भूमिहीन किसानों को सुनहरा मौका दे रहा है. विभाग के ही बने कक्ष में रेशम कीट का पालन कर किसान मालामाल हो सकते हैं. रेशम विभाग की यह योजना जमीन वाले किसानों के साथ ही भूमिहीन किसानों के लिए भी है. अगर आप भी भूमिहीन हैं तो आपको रेशम विभाग में ही एक कमरा दिया जाएगा जिसमें आप 100 से 200 रुपये लगा कर रेशम कीट पालन किट लेकर काम शुरू कर सकते हैं. उन कीटों का भोजन यानी शहतूत की पत्ती भी आपको यहीं से मुफ्त में मिल जाएगी. जिसे कमरे में पाले जा रहे रेशम के कीटों को आपको सुबह शाम यानी दो बार यह पत्ती कीटों को खिलानी है. कैसे लें लाभ वैसे तो रेशम विभाग से लाभ लेने के लिए कोई अलग से प्रावधान नहीं है. बस आपको अपने नजदीकी रेशम कीट विभाग जा कर संम्पर्क करना होता है और भूमिहीन प्रमाण देना होता है. अगर आपके पास भूमि है तो आप इस काम को घर से भी शुरू कर सकते हैं. इस काम को घर से शुरू करने के लिए आपको रेशम किट लेनी पड़ेगी. उसके बाद आप इन कीटों का घर पर ही पालन कर सकते हैं. बस शर्तिया आप के पास शहतूत की पत्ती का इंतजाम होना चाहिए. अगर नहीं है और आपका घर रेशम कीट पालन विभाग से पास में है तो आप वहां से भी शहतूत की पत्तियां मुफ्त में ले सकते हैं. कैसे खिलाई जाती है इनको पत्तियां रेशम कीट पालन अधिकारी ने बताया कि इनको दिन में चार बार पत्तियां दी जाती हैं. सबसे पहले पत्तियों को तोड़ने के बाद इनकी गर्मी निकालने के लिए इनको फैला दिया जाता है. एक से दो घंटे में जब उनकी गर्मी निकल जाती है तो इनको काट कर कीट वाले ट्रे में डाल दिया जाता है. यह प्रक्रिया सुबह से शाम तक चार बार की जाती है. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 14, 2024, 15:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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