यहां आज भी गूंजती है जादुई बांसुरी की धुन दिव्यता और रहस्य का होता है

मथुरा से लगभग 45 किलोमीटर दूर स्थित वंशीवट वह स्थल है, जहां भगवान श्री कृष्ण ने अपनी लीलाएं की थीं. ये स्थान यमुना के किनारे बसा है और यहां श्री कृष्ण ने गायों को एकत्रित करने के लिए अपनी बांसुरी बजाई थी. वंशीवट पर एक विशेष वृक्ष है, जिसके बारे में मान्यता है कि इस पर बैठकर श्री कृष्ण ने गायों को अपनी बांसुरी की धुन से बुलाया था.

यहां आज भी गूंजती है जादुई बांसुरी की धुन दिव्यता और रहस्य का होता है