वृंदावन दर्शन के बाद क्यों साथ लेकर जानी चाहिए ब्रज रज आचार्य ने खोला राज

आचार्य मृदुलकांत शास्त्री ने ब्रज रज के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ब्रह्म की जो रज है, उसे ब्रज रज कहते हैं. पूरे विश्व में मथुरा वृंदावन की ब्रज रज है जहां ठाकुर जी नंगे पांव चले. ऐसी ब्रज रज में राधाकृष्ण विराजमान हैं.

वृंदावन दर्शन के बाद क्यों साथ लेकर जानी चाहिए ब्रज रज आचार्य ने खोला राज
निर्मल कुमार, मथुरा. हर दिन हजारों श्रद्धालु अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए मथुरा-वृंदावन पहुंचते हैं. कई श्रद्धालु यहां से ब्रज रज (ब्रज की मिट्टी को ब्रज रज कहा जाता है) ले जाते हैं. अगर आप मथुरा या वृंदावन से ब्रज रज ले जा रहे हैं, तो उसे भगवान श्रीकृष्ण और राधा के चरणों में रख दें. कथावाचक आचार्य मृदुलकांत शास्त्री ने ब्रज रज ले जाने के क्या लाभ होते हैं, उसके बारे में जानकारी दी है. आचार्य मृदुलकांत शास्त्री ने ब्रज रज के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ब्रह्म की जो रज है, उसे ब्रज रज कहते हैं. पूरे विश्व में मथुरा वृंदावन की ब्रज रज है जहां ठाकुर जी नंगे पांव चले. ऐसी ब्रज रज में राधाकृष्ण विराजमान हैं. ब्रज रज में एक अंग श्याम हैं और एक अंग राधा हैं. वृंदावन की ऐसी ब्रज रज है, जहां जिसे पाने के लिए देवता भी तरसते हैं. खुद ब्रह्मा जी भी इस ब्रज रज के लिए तरसे थे. श्रीकृष्ण ही नहीं ब्रज की संपूर्ण जो गोपिया हैं, उनके चरणों की यह रज है. उद्धव जी महाराज कहते हैं कि ऐसी ब्रजरज संपूर्ण विश्व का कल्याण करती है. ऐसी गोपियां जो पूरी त्रिलोकी को पवित्र कर रही हैं, जहां ठाकुर जी नंगे पैर धरती पर चले, गोचारण किया, यहां ब्रज रज पाई जाती है. ब्रज में कृष्ण की तीन महिमा हैं, जिसमें गाय, कृष्ण की बांसुरी और ब्रज रज तीनों ही समान महत्वपूर्ण हैं. माथे पर लग जाए ब्रज रज तो हो जाते हैं पापों से मुक्त आचार्य दुलकांत शास्त्री ने आगे कहा कि जिसके माथे पर ब्रज रज लग जाती है, वो सभी पापों से मुक्त हो जाता है. उन्होंने यह भी बताया कि अगर ब्रज रज को कोई अपने घर ले जाना चाहता है, तो उसे अपने घर ले जाएं और अपने घर के मंदिर में रख दें, उसका उद्धार हो जाता है, उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि अगर शरीर में कोई भी पीड़ा हो, तो थोड़ी सी ब्रज रज उस जगह लगा लेनी चाहिए और फिर उसके सारे दुख-दर्द समाप्त हो जाते हैं. आचार्य ने कहा कि अगर संभव हो तो राधाकृष्ण के चरणों में इस ब्रज रज को समर्पित कर दें, फिर देखिए क्या चमत्कार होता है. आपके घर में सुख-शांति, समृद्धि बनी रहेगी और किसी भी तरह की कोई पीड़ा नहीं रहेगी. अगर विश्वास न हो, तो ब्रज रज को अपने घर में कभी न ले जाएं. Tags: Local18, Lord krishna, Mathura news, UP news, VrindavanFIRST PUBLISHED : June 13, 2024, 13:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed