आज भी इस मंदिर में नहीं हुआ कलयुग का प्रवेश फोन-बिजली सब बैन जारी है द्वापर

Shri Tatiya Sthan Vrindavan: टटिया स्थान मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की बाल रूप में सेवा पूजा की जाती है. बाल रूप में होने के कारण श्री कृष्ण को बिजली के चक्र- चांद से दूर रखा गया है. कहा जाता है कि लाल की आंखें बिजली से खराब हो जाएंगी. इसलिए इस मंदिर में बिजली का उपयोग नहीं किया जाता. मंदिर में आरती के समय और शाम होते ही पूरे मंदिर प्रांगण को घी के दीपों से रोशन किया जाता है.

आज भी इस मंदिर में नहीं हुआ कलयुग का प्रवेश फोन-बिजली सब बैन जारी है द्वापर
निर्मल कुमार राजपूत /मथुरा: वृंदावन में एक ऐसा मंदिर स्थित है, जहां आज भी बिजली का इस्तेमाल नहीं होता है. इतना ही नहीं, यहां पर इलेक्ट्रॉनिक घड़ी, मोबाइल फोन के अलावा अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध है. यह मंदिर आज भी द्वापर काल की याद दिलाता है. आधुनिक युग में जहां लोग चांद पर पहुंच गए हैं और प्रतिदिन नए-नए आविष्कार हो रहे हैं. वहीं, आधुनिकता की दौड़ से एक मंदिर ऐसा है, जो इन सबसे कोसों मील दूर है. यह मंदिर वृंदावन की परिक्रमा मार्ग में स्थित है. इस मंदिर में आज भी बिजली का उपयोग नहीं होता है. बिजली के साथ-साथ इस मंदिर में इलेक्ट्रॉनिक सामान पर भी पूर्णत: प्रतिबंध लगा हुआ है. यहां मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक घड़ी या इलेक्ट्रॉनिक चाबी नहीं ले जा सकते हैं. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर क्यों है प्रतिबंध? मान्यता के अनुसार, श्री टटिया स्थान मंदिर (Shri Tatiya Sthan Vrindavan) में भगवान श्री कृष्ण की बाल रूप में सेवा पूजा की जाती है. बाल रूप में होने के कारण श्री कृष्ण को बिजली के चक्र- चांद से दूर रखा गया है. कहा जाता है कि लाल की आंखें बिजली से खराब हो जाएंगी. इसलिए इस मंदिर में बिजली का उपयोग नहीं किया जाता. मंदिर में आरती के समय और शाम होते ही पूरे मंदिर प्रांगण को घी के दीपों से रोशन किया जाता है. द्वापर कालीन परंपरा को आज भी इस मंदिर में निभाया जाता है. ब्रजराज में लोट लगाकर कृष्ण की करते हैं भक्ति मान्यता यह भी है कि इस मंदिर में ब्रजराज में लोग लोट लगाकर अपने आप को कृतार्थ करते हैं. मंदिर में आने के बाद आपको शांति मिलेगी. शांति ही नहीं, बल्कि श्री कृष्ण की आराधना में आप डूब जाएंगे. यहां आने वाले भक्त घंटों बैठकर भगवान श्री कृष्ण का नाम जपते हैं. इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालु सभी मोह माया को छोड़कर कृष्ण की भक्ति में रम जाते हैं. Tags: Local18, Mathura news, VrindavanFIRST PUBLISHED : July 22, 2024, 10:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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