Opinion: कभी हिंदू तो कभी भगवा आतंकवादअब योगी को घेर कर खरगे ने कर दी गलती

Mallikarjun Kharge remarks on CM Yogi: मल्लिकार्जुन खरगे ने सीएम योगी की तुलना आतंकवादी से कर दी है. बटेंगे तो कटेंगे बयान से कांग्रेस इस कदर खौफजदा हो चुकी है कि इसकी काट ढूंढने के चक्कर में पर्सनल अटैक पर उतर गई है.

Opinion: कभी हिंदू तो कभी भगवा आतंकवादअब योगी को घेर कर खरगे ने कर दी गलती
नई दिल्ली: सीएम योगी का पॉपुलर जुमला ‘बटेंगे तो कटेंगे’ विपक्ष पर भारी पड़ता दिख रहा है. महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव में भाजपा के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का काट कांग्रेस को खोजने से भी नहीं मिल रहा. यही वजह है कि अब कांग्रेस काउंटर करने की आड़ में पर्सनल अटैक पर उतर आई है. ‘बटेंगे तो कटेंगे’ के जवाब में सीएम योगी की तुलना आतंकवादियों से कर दी गई. कांग्रेस के किसी छुटभैये नेता ने यह की होती तो अलग बात होती. खुद कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना आतंकवादियों से की है. इसे लेकर सियासी घमासान इस कदर मचा है कि कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है. भाजपा हमलावर है. देश की सबसे पुरानी पार्टी को अब झारखंड और महाराष्ट्र में सियासी नुकसान के संकेत दिखने लगे हैं. ऐसा लग रहा है कि सीएम योगी को घेर कर खरगे ने कांग्रेस को ही फंसा दिया है. सबसे पहले जानते हैं कि योगी को लेकर खरगे ने क्या कहा? रांची में एक चुनावी रैली के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने सीएम योगी को ‘बटेंगे तो कटेंगे’ बयान को लेकर घेरा. खरगे ने कहा, ‘एक सच्चा योगी ‘बटेंगे तो कटेंगे’ जैसी भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकता. इस भाषा का इस्तेमाल आतंकवादी करते हैं. योगी मठ के प्रमुख हैं, भगवा यानी गेरुवा वस्त्र पहनते हैं, मगर उनका मानना ​​है कि मुख में राम बगल में छुरी. उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने राजीव गांधी के एक हत्यारे को माफ कर दिया, जबकि पार्टी नेता प्रियंका गांधी ने तो हत्यारे को गले भी लगा लिया. उन्होंने कहा, ‘यही करुणा है.’ मल्लिकार्जुन खरगे ने केवल सीएम योगी पर ही हमला नहीं बोला. उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह से भी देश को खतरा बताया है. 10 नवंबर को मुंबई में खरगे ने कहा था, ‘प्रधानमंत्री कहते हैं ‘एक हैं तो सेफ हैं’ जबकि भाजपा के बाकी नेता ‘बटेंगे तो कटेंगे’ की बात करते हैं. आखिर यह धमकी किसको है? कोई दिक्कत है क्या? असल में देश को खतरा आरएसएस, बीजेपी, मोदी और (केंद्रीय गृह मंत्री अमित) शाह से है.’ 9 नवंबर को भी खरगे ने नागपुर में सीएम योगी के बटेंगे तो कटेंगे पर पलटवार किया था और कहा था कि कांग्रेस के कई नेताओं ने देश को एकजुट करने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी है. देश को एकजुट देखने वला बांटने वाली बात नहीं करते. अब सवाल है कि क्या मल्लिकार्जुन खरगे ने कुछ नया कहा है? क्या सीएम योगी के गेरुवा वस्त्र की वजह से उनकी तुलना आतंकवादी से करना सही है? कांग्रेस यह सबकुछ सियासी खीझ की वजह से कर रही है. बटेंगे तो कटेंगे बयान सियासी नजरिए से हिट होता दिख रहा है. तभी भाजपा का हर नेता इसे हाथों-हाथ लपक रहा है. कांग्रेस समेत विपक्ष को इस जुमले का असर समझ में आ रहा है. यही वजह है कि अखिलेश भी लगातार बटेंगे तो कटेंगे का काउंटर तलाश रहे हैं. उधर, कांग्रेस भी इसे बयान का तोड़ ढूंढने में लगी है. इसी कोशिश में खरगे ने सीएम योगी पर हमला बोला है. एक तरह से देखा जाए तो सियासी नजरिए से कांग्रेस को इन सबका घाटा ही होने वाला है. पहले भी कांग्रेस के नेता हिंदू आतंकवाद और भगवा आतंकवाद का नारा बुलंद कर चुके हैं, मगर सियासी तौर पर घाटे का ही सौदा साबित हुआ. खरगे से पहले दिग्विजय सिंह और पी चिदंबरम जैसे नेता हिंदू आतंकवाद और भगवा आतंकवाद की बात कर चुके हैं. याद कीजिए वह समय जब, कांग्रेस नेता पी चिदंबरम गृहमंत्री थे. उन्होंने तब समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट कांड और कुछ प्रमुख मुस्लिम घार्मिक स्थलों पर ब्लास्ट की पृष्ठभूमि में ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द गढ़ा था. साल 2010 में डीजीपी और आईजी के समिट में भी उन्होंने भगवा आतंकवाद का मुद्दा उठाया था. हालांकि, बाद में जब उनके बयान की आलोचना हुई तो उन्होंने सफाई दी और कहा कि आतंकवाद का काले के अलावा कोई रंग नहीं होता. दरअसल, पी चिदंबरम ने भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट कांड के आरोपियों के संदर्भ में किया था. 2007 के समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट केस में स्वामी असीमानंद, कमल चौहान, राजिंदर चौधरी और लोकेश शर्मा आरोपी थे. इन चारों को कोर्ट ने 2019 में बरी कर दिया था. स्वामी असीमानंद आरएसएस से जुड़े थे. इस वजह से कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद का मुद्दा उछाला था. कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह भी ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द का इस्तेमाल करके बुरी तरह फंस चुके हैं. समझौता एक्सप्रेस और मालेगांव ब्लास्ट के संदर्भ में साल 2007 में दिग्विजय सिंह ने हिंदू आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया था. क्योंकि इन केसों के आरोपी हिंदू थे, इसलिए कांग्रेस नेताओं की ओर से उस वक्त हिंदू आतकंवाद और भगवा आतंकवाद खूब इस्तेमाल किए गए. हालांकि, बाद में दिग्विजय सिंह ने भी यूटर्न लिया था और कहा था कि उन्होंने केवल संघी आतंकवाद का जिक्र किया था, कभी हिंदू आतंकवाद नहीं कहा. अब मल्लिकार्जुन खरगे ने भी सीएम योगी को घेरने के लिए दिग्विजय सिंह और पी चिदंबरम वाली भाषा का इस्तेमाल किया है. झारखंड और महाराष्ट्र में खरगे का सीएम योगी पर बयान कांग्रेस के लिए कितना नुकसानदायक होगा, आने वाले वक्त यानी 23 नवंबर को पता चल जाएगा. Tags: CM Yogi Adityanath, Jharkhand election 2024, Maharashtra Elections, Mallikarjun khargeFIRST PUBLISHED : November 12, 2024, 13:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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