नक्सलियों की निशाने पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव आए थे शिकार करने लेकिन
नक्सलियों की निशाने पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव आए थे शिकार करने लेकिन
गढ़चिरौली में मारे गए नक्सलियों का मकसद महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में जानकारी जुटाना और फिर वहां आतंक मचाना था. सुरक्षा बलों की तरफ से समय पर कार्रवाई किए जाने पर शिकारी खुद शिकार हो गया. इन पांच नक्सलियों पर 38 लाख रुपये का इनाम घोषित था और यह नक्सली हिंसा के सैंकड़ों मामलों में शामिल थे.
गढ़चिरौली में मारे गए नक्सलियों का मकसद महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में जानकारी जुटाना और फिर वहां आतंक मचाना था. सुरक्षा बलों की तरफ से समय पर कार्रवाई किए जाने पर शिकारी खुद शिकार हो गया. इन पांच नक्सलियों पर 38 लाख रुपये का इनाम घोषित था और यह नक्सली हिंसा के सैंकड़ों मामलों में शामिल थे.
एक आला पुलिस अधिकारी ने बताया कि खुफिया और सुरक्षा बलों को यह सूचना प्राप्त हुई कि कुछ माओवादी आगामी विधानसभा चुनाव 2024 के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं. इन माओवादियों का मकसद चुनाव के दौरान विनाशकारी गतिविधियों को अंजाम देने का था. ये लोग पिछले तीन-चार दिनों से गढ़चिरौली महाराष्ट्र और नारायणपुर छत्तीसगढ़ की सीमा के पास स्थित कोपारसी तहसील भामरागढ़ के वन क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानों पर छिपे हुए थे.
इस मामले की जांच जब आगे बढ़ी तो पता चला कि जो नक्सली वन क्षेत्र और उसके आसपास डेरा डाले हुए हैं, जिनमें बड़े कमांडर भी शामिल हैं. इसके अलावा उनकी आपूर्ति टीम की अनेक मेंबर भी वहां मौजूद हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त एसपी ऑपरेशन और अतिरिक्त एसपी प्रशासन एम रमेश के नेतृत्व में पुलिस के माओवादी विरोधी के विशेष सी-60 दस्ते की 21 इकाइयों और सीआरपीएफ की दो इकाइयों को तत्काल कोपरशी क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थान पर क्षेत्र की तलाशी के लिए भेजा गया.
पुलिस की विशेष टीम में जब इन जगहों पर सर्च ऑपरेशन कर रही थी, तभी माओवादियों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. पुलिस की स्पेशल C-60 टीमों ने भी इसका जोरदार जवाब दिया. पुलिस के बढ़ते जवाब को देखकर माओवादी घने जंगल में भागने में कामयाब हो गए. दोनों तरफ से लगभग 8 घंटे तक गोलीबारी हुई. इस गोलीबारी के बाद इलाके की तलाशी में दो पुरुष और तीन महिला नक्सली के शव बरामद हुए. उनके नाम जया उर्फ भूरी पाडा.. साओजी..रीता.. बसंत और सुखमति बताए गए हैं. पुलिस के मुताबिक, इनमें जया पर 16 लाख रुपये, साओजी पर 16 लाख रुपये, रीता और अन्य पर दो-दो लाख रुपये का इनाम घोषित था. इनके खिलाफ सैकड़ों मामले बताए जाते हैं.
फायरिंग के दौरान C-60 के एक कमांडो कुमोद प्रभाकर को दो गोलियां लगी और उन्हें बीच ऑपरेशन के बीच हेलीकॉप्टर की मदद से तुरंत बाहर निकाला गया और नागपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. माओवादियों के पास से पांच हथियार बरामद हुए हैं. पुलिस का दावा है कि उनके पास से ऐसी तमाम दस्तावेज तथा अन्य सामग्री बरामद हुई है, जिसे पता चलता है कि नक्सलियों का मकसद महाराष्ट्र विधानसभा 2024 में आतंक फैलाना था मामले की जांच जारी है.
Tags: Maharashtra News, Police naxalite encounterFIRST PUBLISHED : October 22, 2024, 23:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed