ग्राहकों की मौजयूपी के इस शहर में चलती है विदेशी करेंसी जानें कैसे होता है

महाराजगंज जिले के दुकानदार और व्यापारी भारत और नेपाल, दोनों देशों की करेंसी में व्यापार करते हैं. इससे बॉर्डर पार कर आने वाले ग्राहकों के लिए खरीदारी करना बेहद सुविधाजनक हो जाता है.

ग्राहकों की मौजयूपी के इस शहर में चलती है विदेशी करेंसी जानें कैसे होता है
महाराजगंज: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले की भारत-नेपाल बॉर्डर के नजदीक होने के कारण एक अलग पहचान है. भारत के मित्र देश नेपाल के साथ इस जिले की निकटता इसे खास बनाती है. जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में नेपाली लोगों की उपस्थिति आम बात है, और यहां के स्थानीय लोगों, विशेष रूप से व्यापारियों, का नेपालियों के साथ अच्छा मेलजोल है. नेपाल से आने वाले पर्यटक और खरीदार अक्सर यहां देखे जा सकते हैं. नेपाल से बड़ी संख्या में लोग बॉर्डर पार कर महाराजगंज में खरीदारी के लिए आते हैं. जबकि भारत और नेपाल के लोग दोनों देशों में घूमने और खरीदारी के लिए आते-जाते रहते हैं, विदेशी करेंसी की जरूरत आमतौर पर अन्य देशों में होती है. लेकिन महाराजगंज जिले, विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में, नेपाल से आने वाले खरीदारों को करेंसी की कोई समस्या नहीं होती. यहां के कई व्यापारी नेपाली करेंसी को भी स्वीकार करते हैं. विदेशी करेंसी में भी खरीदारी की सुविधा महाराजगंज जिले के दुकानदार और व्यापारी भारत और नेपाल, दोनों देशों की करेंसी में व्यापार करते हैं. इससे बॉर्डर पार कर आने वाले ग्राहकों के लिए खरीदारी करना बेहद सुविधाजनक हो जाता है. व्यापारी बाद में विदेशी करेंसी को बदलवा लेते हैं, जिससे उन्हें आगे कोई परेशानी नहीं होती. इस तरह, दोनों देशों के लोग बॉर्डर पर भारतीय और नेपाली दोनों करेंसी में आसानी से खरीदारी कर सकते हैं, जिससे व्यापार को बढ़ावा मिलता है. Tags: India nepal, Local18FIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 08:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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