खेतों के लिए वरदान है ये छोटा सा जीवकैसे बढ़ाएं इनकी संख्या

डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि केंचुआ मिट्टी में एक स्थान से घुसकर दूसरी जगह पर निकलता है. एक हारमोंस रिलीज करता है, जिसकी वजह से वह छेद बंद नहीं होता. ऐसे में मिट्टी में वायु संचार बढ़ जाता है. बारिश होने पर पानी मिट्टी में अवशोषित होता है.

खेतों के लिए वरदान है ये छोटा सा जीवकैसे बढ़ाएं इनकी संख्या
शाहजहांपुर: केचुए किसानों के सबसे महत्वपूर्ण सहयोगी माने जाते हैं. केचुए मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे फसलों की पैदावार में सुधार होता है. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, केचुए मिट्टी में जैविक पदार्थों को विघटित करके प्राकृतिक उर्वरक का निर्माण करते हैं, जो पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करता है. कुछ किसानों का मानना है कि केंचुए के अंदर उर्वरक बनाने की क्षमता होती है. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ.एनपी गुप्ता ने बताया कि किसानों का मित्र केंचुआ किसानों के लिए वरदान है. पहले केंचुआ आमतौर पर खेतों में पाया जाता था लेकिन रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के इस्तेमाल की वजह से केचुए मर गए हैं. केंचुए की संख्या अब ना के बराबर हो गई है. केचुआ खेतों में ज्यादातर पाया जाता है. यहां फसल अवशेष को मिट्टी में ही जोत दिया जाता है, या फिर गोबर की खाद खेतों में डाली जाती है. केंचुआ फसल अवशेष को खाकर खाद में तब्दील करता है. मिट्टी से भोजन ग्रहण करता है केंचुआ डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि केंचुआ मिट्टी में एक स्थान से घुसकर दूसरी जगह पर निकलता है. एक हारमोंस रिलीज करता है, जिसकी वजह से वह छेद बंद नहीं होता. ऐसे में मिट्टी में वायु संचार बढ़ जाता है. बारिश होने पर पानी मिट्टी में अवशोषित होता है. भूमिगत जल स्तर में इजाफा होता है. मिट्टी की गुणवत्ता बेहतर होती है. मिट्टी को ऐसे ठीक करता था केंचुआ डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि केंचुआ एक ऐसा हारमोंस भी रिलीज करता है, जिससे मिट्टी में नमी ज्यादा दिनों तक बन जाती है. मिट्टी नरम बनी रहती है. वायु संचार बेहतर होता है. पौधों की बढ़वार अच्छी होती है. जिससे फसलों में उत्पादन अच्छा मिलता है. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 12:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed