नीम पर चाकू मारते समय अचानक प्रकट हुआ शिवलिंग कंचन ने बताया कैसा था वो मंजर
नीम पर चाकू मारते समय अचानक प्रकट हुआ शिवलिंग कंचन ने बताया कैसा था वो मंजर
जिसने इस शिवलिंग को सबसे पहले देखा उस लड़की का नाम कंचन वर्मा है. उसने बताया कि वह नीम की छाल ले रही थी. इस दौरान चाकू मारते हुए उनकी चाकू अंदर की ओर चली गई. फिर वहां देखा कि एक शिवलिंग रखी हुई है. पहले तो उनको लगा कि किसी ने रख दिया होगा. लेकिन शिवलिंग का निचला हिस्सा एकदम अंदर की ओर धंसा हुआ देखकर लगा की ये अचानक प्रकट हुई है.
लखनऊ/अंजलि सिंह राजपूत: कलियुग में भगवान प्रकट होंगे, ऐसा किसी ने कभी नहीं सोचा था. लेकिन लखनऊ शहर के एक बेहद प्राचीन मंदिर में पेड़ के अंदर अचानक शिव पार्वती के प्रकट होने से हड़कंप मच गया. दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. दरअसल यह पूरा मामला लखनऊ शहर के सआदतगंज के नूरबाड़ी क्षेत्र से जुड़ा हुआ है.
यहां पर 100 साल पुराना महादेव का एक मंदिर है, जिसे ज्ञानेश्वर महादेव मंदिर कहते हैं. यहां पर एक प्राचीन नीम का पेड़ है उसके अंदर अचानक पंचमुखी शिवलिंग प्रकट हुई है. शिवलिंग भी अनोखी है. यह पंचमुखी शिवलिंग बताई जा रही है और खास बात यह है कि इसमें शंकर पार्वती दोनों बने हुए हैं. इसलिए लोग और आश्चर्य में हैं. प्रदेश के कोने-कोने से लोग यहां आ रहे हैं और दर्शन कर रहे हैं. जल चढ़ा रहे हैं.
शिवलिंग का निचली हिस्सा जमीन के अंदर
आसपास के लोगों से जब बात की गई, तो जिसने इस शिवलिंग को सबसे पहले देखा उस लड़की का नाम कंचन वर्मा है. उसने बताया कि वह नीम की छाल ले रही थी. इस दौरान चाकू मारते हुए उनकी चाकू अंदर की ओर चली गई और जब वह अपनी चाकू को निकालने लगी तो उन्होंने देखा कि पेड़ के निचले हिस्से में शिवलिंग रखी हुई है. पहले तो उनको लगा कि किसी ने रख दिया होगा. लेकिन शिवलिंग का निचला हिस्सा एकदम अंदर की ओर धंसा हुआ है, जिससे यह लग रहा है कि यह अचानक प्रकट हुई है. उन्होंने बताया कि वह हमेशा यहां पर पूजा अर्चना करने के लिए आती थी. कभी भी किसी ने भी यहां शिवलिंग को नहीं देखा. अचानक शिवलिंग के प्रकट होने से इसे लोग चमत्कार ही मान रहे हैं.
आज से पहले नहीं देखा शिवलिंग
इस मंदिर में रोज पूजा अर्चना करने वाली रोली श्रीवास्तव, सुमन वर्मा, अनीता, सुनीता और विनय ने बताया कि वह लोग यहां रहते हैं. और हमेशा इस मंदिर में जल चढ़ाने के लिए आते हैं. पिछले कई सालों में आज तक इस शिवलिंग को किसी ने भी नहीं देखा. यह खुद ही प्रकट हुई है. वहीं, मंदिर के पुजारी राम सागर शुक्ला ने बताया कि पिछले 35 सालों से वह इस मंदिर की सेवा कर रहे हैं. कभी भी शिवलिंग यहां नहीं थी और इस शिवलिंग को कोई रख भी नहीं सकता. क्योंकि मंदिर के चारों ओर बाउंड्री बनी हुई है. ऐसे में यह चमत्कारी है और भोलेनाथ पंचमुखी रूप में पार्वती मां के साथ स्वयं दर्शन देने के लिए यहां प्रकट हुए हैं.
यह है मंदिर की लोकेशन
अगर आप इस मंदिर में जाकर इस अद्भुत नजारे के दर्शन करना चाहते हैं, तो यह मंदिर लखनऊ शहर के सआदतगंज के नूरबाड़ी क्षेत्र में स्थित है. ज्ञानेश्वर महादेव मंदिर इसका नाम है. यह मंदिर सुबह 5:00 खुल जाता है और 12:00 बंद होता है. फिर 3:00 खुलता है और रात में 10:00 बजे बंद होता है. अब इसे लोग चमत्कारी मंदिर भी कह रहे हैं.
Tags: Local18, Lucknow newsFIRST PUBLISHED : May 14, 2024, 16:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed