क्या नौटंकी मचा रखी है अकबरनगर बुलडोजर एक्शन पर CM योगी का करारा जवाब

UP Vidhansabha Monsoon Session: समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने यह भी कहा कि कुकरैल नाले को सरकार नदी बताकर घर तोड़ रही है. इतना ही नहीं लखनऊ के पंतनगर, रहीमनगर, इंद्रप्रस्थनगर जैसे वैध कॉलोनियों में भी लाल निशान लगाकर उन्हें तोड़ने का नोटिस दिया गया है.

क्या नौटंकी मचा रखी है अकबरनगर बुलडोजर एक्शन पर CM योगी का करारा जवाब
हाइलाइट्स अकबरनगर में  बुलडोजर कार्रवाई का मुद्दा मंगलवार को यूपी विधानसभा के मॉनसून सत्र में भी गूंजा समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने योगी सरकार पर गरीबों का आशियाना छीनने का आरोप लगा दिया लखनऊ. राजधानी लखनऊ के कुकरैल नदी पर अवैध तरीके से बनाई गयी कॉलोनी अकबरनगर में  बुलडोजर कार्रवाई का मुद्दा मंगलवार को यूपी विधानसभा के मॉनसून सत्र में भी गूंजा. समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने योगी सरकार पर गरीबों का आशियाना छीनने का आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि अकबरनगर में 1800 से अधिक घर तोड़े गए जिससे 12 हजार की आबादी प्रभावित हुई. उनको बसंत कुंज में घर दिया गया, लेकिन अब उनसे 4.80 लाख की मांग की जा रही है. साथ ही बसंत कुंज में दूर-दूर तक न तो कोई दुकान है और न स्कूल, पीने का पानी भी नहीं. उनके इस आरोप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करारा जवाब दिया. हालांकि, समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने यह भी कहा कि कुकरैल नाले को सरकार नदी बताकर घर तोड़ रही है. इतना ही नहीं लखनऊ के पंतनगर, रहीमनगर, इंद्रप्रस्थनगर जैसे वैध कॉलोनियों में भी लाल निशान लगाकर उन्हें तोड़ने का नोटिस दिया गया है. उन्होंने कहा कि कहा जा रहा है कि एक गुजरात की कंपनी है जो साबरमती रिवर फ्रंट बना रही है. उसी तरह से यहां भी होगा, प्लांट बनाने की बात हो रही है, जिसके नाम पर 12 हजार लोगों को बेघर किया गया. सुरेश खन्ना ने कहा लोग सुप्रीम कोर्ट तक गए इसके जवाब में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना खड़े हुए जवाब देना शुरू किया. उन्होंने कहा कि नियम 56 के तहत जो नोटिस दिया गया केवल एक घटना ही जिक्र हो और वह तात्कालिक हो और साथ में सुनिश्चित भी हो. लेकिन आज जो नोटिस आई है उसमे कई घटनाओं का जिक्र है. लेकिन मेरे पास जो सूचना है वो लखनऊ के अकबरनगर की है. इसमें लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से 365 अवैध निर्माण सुनिश्चित किए गए. इसके खिलाफ लोग हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक गए, लेकिन राहत नहीं मिली. सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पूरी तरह से पालन किया गया. अतिक्रमण जो लोग करते हैं वे पहले कोई न कोई धार्मिक स्थान बना देते हैं. ताकि इसके बहाने काम चलता रहे. नतीजा यह हुआ कि जो कुकरैल कभी नदी हुआ करती थी वह नाले में तब्दील हो गई. आखिर इसकी इजाजत कब तक दी जाएगी. लेकिन योगी सरकार में यह तय किया गया कि अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन किया गया. लोगों को बसंत कुंज में घर भी दे दिया गया. जहां तक पानी का सवाल है तो इस पर सरकार जांच करवाएगी. बच्चों के लिए स्कूलभी वहां पर है. मुख्यमंत्री ने दिया जवाब इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खड़े हुए और कहा कि माननीय सदस्य काफी उम्रदराज है. लखनऊ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रहे हैं. इमरजेंसी के दौरान जेल भी गए थे. लेकिन जिन लोगों ने उन्हें जेल भेजा था आज उन्हीं के साथ दावत उड़ा रहे हैं, कुछ तो सोचिये, क्या नौटंकी मचा रखी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जवाब देते हुए कहा कि लखनऊ का इतिहास तो आप जानते ही होंगे, लखनऊ में गोमती और कुकरैल नदी का संगम था. और ज्यादा है, लगता है छात्रनेता के रूप में काम कम और दूसरे ही काम में आप व्यस्त रहे होंगे, इसलिये आपको दिखा नहीं. जिसे आप अकबरनगर कह रहे हैं वह 1984 के बाद ही बसा, यही वजह है कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में मामला टिक नहीं पाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें ज्यादातर अवैध निर्माण था. जिन लोगों को गलत तरीके से फर्जी कागजात दिखाकर रजिस्ट्री की गई थी उन्हें पुनर्वास दिया गया है. अब अकबरनगर नहीं भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण के नाम पर सौमित्र वन है. आपको खुश होना चाहिए, आपके पास ही नाईट सफारी मिलने जा रही हैं. Tags: CM Yogi Adityanath, Lucknow newsFIRST PUBLISHED : July 30, 2024, 14:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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