एससी-एसटी आरक्षण पर बिफरीं मायावती बीजेपी-कांग्रेस-सपा सबको लपेटा

UP Politics: बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि बाकी दल जो चुप हैं, उन्हें इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. कांग्रेस पार्टी एंड कंपनी अभी संविधान या आरक्षण की बात नहीं कर रही है. प्रधानमंत्री की तरफ से आश्वासन आए हैं, लेकिन सिर्फ आश्वासन से काम नहीं चलेगा.

एससी-एसटी आरक्षण पर बिफरीं मायावती बीजेपी-कांग्रेस-सपा सबको लपेटा
लखनऊः एससी-एसटी में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि बाकी दल जो चुप हैं, उन्हें इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. कांग्रेस पार्टी एंड कंपनी अभी संविधान या आरक्षण की बात नहीं कर रही है. प्रधानमंत्री की तरफ से आश्वासन आए हैं, लेकिन सिर्फ आश्वासन से काम नहीं चलेगा. अन्यथा जिन राज्यों में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, वहां इन वर्गों के लोग भाजपा, कांग्रेस या अन्य दलों को माफ नहीं करेंगे. उन्होंने यह कहकर लोगों को धोखा दिया है कि हम संविधान बचाएंगे. अब वे चुप क्यों हैं? यह स्पष्ट है कि न तो वे संविधान बचाने वाले हैं और न ही आरक्षण. उन्हें जल्द ही संसद का सत्र बुलाना चाहिए और भाजयुमो को सत्ता सौंपनी चाहिए. यह भी पढ़ेंः 70 साल का मौलाना 7 साल की बच्ची को ले गया घर के अंदर, करने लगा गंदी हरकत, तुरंत आ धमके लोग, फिर… एससी-एसटी एक्ट मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सियासी घमासान बढ़ता जा रहा है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को केंद्र सरकार समते सभी पार्टियों पर जमकर हमला बोला. बसपी चीफ मायावती ने एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले के बाद लखनऊ में शनिवार को प्रेस कॉफ्रेंस है. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में ठीक ढंग से पैरवी नहीं की है. एससी-एसटी के लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. एससी-एसटी में क्रीमी लेयर के बहाने आरक्षण खत्म करने की साजिश हो रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की तरफ से आश्वासन आए हैं, लेकिन सिर्फ आश्वासन से काम नहीं चलेगा. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि जिन राज्यों में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. वहां एससी-एसटी वर्गों के लोग भाजपा, कांग्रेस या अन्य दलों को माफ नहीं करेंगे. उन्होंने यह कहकर लोगों को धोखा दिया है कि हम संविधान बचाएंगे. अब वे चुप क्यों हैं? यह स्पष्ट है कि न तो वे संविधान बचाने वाले हैं और न ही आरक्षण. उन्हें जल्द ही संसद का सत्र बुलाना चाहिए और भाजयुमो को सत्ता सौंपनी चाहिए. Tags: BSP chief Mayawati, Mayawati politics, Up news indiaFIRST PUBLISHED : August 10, 2024, 14:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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