किसानों के लिए किसी बैंक से कम नहीं ये खेती 60 दिन में होगा 8 गुना मुनाफा!
किसानों के लिए किसी बैंक से कम नहीं ये खेती 60 दिन में होगा 8 गुना मुनाफा!
Dhingri Mushroom se 8 Guna Profit: ढींगरी मशरूम की खेती सिर्फ 500 रुपये और एक छोटी सी जगह में शुरु कर सकते हैं. इससे लगभग 30 से 40 किलो ढींगरी मशरूम उगाया जा सकता है, जो ₹100 प्रति किलो बिकता है. ऐसे में ₹500 के इन्वेस्टमेंट से आप 3000 से ₹4000 कमा सकते हैं. जो आपके इन्वेस्टमेंट का लगभग 8 गुना होगा. इसके लिए किसानों को 50 से 60 दिनों का इंतजार करना पड़ता है.
अखण्ड प्रताप सिंह /कानपुर: पूरे देश में तरह-तरह फसलों की खेती होती है. कम लागत में ज्यादा मुनाफे वाली खेती की तरफ हर किसान आकर्षित रहता है. इन दिनों किसान मशरूम की खेती की तरफ ज्यादा भाग रहे हैं. क्योंकि, उनको लगता है कि ये कम लागत में ज्यादा मुनाफे वाली खेती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि मशरूम की खेती अब 500 रुपये से भी शुरू की जा सकती है.
अभी आमतौर पर आप सुनते हैं कि किसान गेहूं, चावल, दाल व कई सब्जियों की फसल करते हैं. लेकिन जिस प्रकार से लगातार जलवायु परिवर्तन हो रहा है और फसलों पर इसका असर देखने को मिल रहा है. अब किसान नई फसलों की ओर रुख कर रहे हैं, जिन पर जलवायु परिवर्तन की मार कम हो और उसका उत्पादन भी अच्छा हो. कानपुर का चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भी किसानों को मशरूम उगाने की ट्रेनिंग दे रहा है. देश भर से किस यहां पर आकर मशरूम उगाने से लेकर उसके उत्पादन को सीख रहे हैं.
60 दिन में मशरूम की खेती से 8 गुना मुनाफा
कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मशरूम विभाग के विभाग अध्यक्ष व मशरूम शोध एवं विकास केंद्र के प्रभारी डॉक्टर एस के बिस्वास ने बताया कि मशरूम की खेती करके किसान बंपर मुनाफा कमा सकते हैं. इसके लिए न तो आपको अधिक जगह की जरूरत है. ना ही अधिक पूंजी की. सिर्फ 500 रुपये और एक छोटी सी जगह में आप मशरूम का उत्पादन शुरु कर सकते हैं. इससे लगभग 30 से 40 किलो ढींगरी मशरूम उगाया जा सकता है, जो ₹100 प्रति किलो बिकता है. ऐसे में ₹500 के इन्वेस्टमेंट से आप 3000 से ₹4000 कमा सकते हैं. जो आपके इन्वेस्टमेंट का लगभग 8 गुना होगा. इसके लिए किसानों को 50 से 60 दिनों का इंतजार करना पड़ता है.
मुनाफे के लिए ऐसे करें खेती
ढींगरी मशरूम की खेती के लिए खाद-मिट्टी की जरूरत नहीं पड़ती है. बल्कि एक 10*10 के कमरे में सिर्फ कंपोस्ट और धान गेहूं के अवशेषों से ही अच्छा उत्पादन कर सकते हैं. सितंबर में इसकी बुवाई करने पर 1 से 2 महीने के अंदर ही मशरूम निकलते हैं. ढिंगरी मशरूम की खेती के लिये बड़े पॉलीबैग में या मिट्टी के बर्तनों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
Tags: Agricultural Science, Agriculture, Hindi news, Kisan, Latest hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 4, 2024, 11:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed