गेहूं-धान छोड़ इस फसल की खेती कम लागत में हो रहा बंपर मुनाफा हर घर में

हल्दी की खेती कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली फसल बन गई है, जिससे किसान तेजी से इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं. इसका मुख्य कारण ये है कि इसे स्थानीय मंडियों में भी अच्छी कीमत मिलती है, जिससे किसान आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं.

गेहूं-धान छोड़ इस फसल की खेती कम लागत में हो रहा बंपर मुनाफा हर घर में
मिर्जापुर : प्रदेश की योगी सरकार किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. अलग-अलग खेती पर अनुदान के साथ ही अधिक पैदावार होने पर किसानों को सम्मानित करने की व्यवस्था शुरू की गई है. अगर आप भी अधिक उत्पादन करने वाले किसान हैं, तो यह खबर आपके लिए है. 15 सितंबर से पुरस्कार में भाग लेने के लिए आवेदन शुरू होने जा रहे हैं. इच्छुक किसान जल्द ही आवेदन कर सकते हैं. खरीफ फसलों पर प्रथम एवं द्वितीय सबसे अधिक उत्पादन करने वाले कृषकों को सम्मानित किया जाएगा. जनपद में खरीफ की फसल में अधिक उत्पादन करने वाले किसानों को सरकार सम्मानित करने जा रही है. किसानों का चयन क्रॉप कटिंग के आधार पर किया जाएगा. चयनित किसानों को 23 दिसंबर को स्व. चौधरी चरण सिंह की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कृत किया जाएगा. उप कृषि निदेशक डॉ. विकेश कुमार पटेल ने बताया कि किसान 15 सितंबर से पहले आवेदन कर सकते हैं. आवेदन विकास खंड के राजकीय कृषि बीज भंडार पर दर्ज कराया जा सकता है. पुरस्कार में मिलेगी इतनी रकम उप कृषि निदेशक डॉ. विकेश कुमार पटेल ने बताया कि धान, दलहन, और तिलहन की फसलों की क्रॉप कटिंग की जाएगी. वहीं, इस बार मोटे अनाज जैसे ज्वार, सावा, कोदों, बाजरा, और रागी की फसल श्रेणी के तहत दो किसानों को पुरस्कृत किया जाएगा. जिला स्तर पर प्रथम पुरस्कार 7000 रुपए और द्वितीय पुरस्कार 5000 रुपए का होगा. राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार 1 लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार 75 हजार रुपए, और तृतीय पुरस्कार 50 हजार रुपए का होगा. Tags: Local18, Mirzapur news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 4, 2024, 13:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed