किसान मचान विधि से करें खेती कम लागत में होगी तगड़ी कमाई बस इसका रखें ध्यान
किसान मचान विधि से करें खेती कम लागत में होगी तगड़ी कमाई बस इसका रखें ध्यान
उत्तर प्रदेश का महाराजगंज जिला कृषि के लिए बहुत ही उपयुक्त माना जाता है. यहां की जमीन बहुत ही उपजाऊ है और ग्रामीण परिवेश होने की वजह से यहां ज्यादा लोग कृषि से जुड़े हुए भी हैं. जिले के अधिकतर किसान पारंपरिक खेती धान और गेहूं जैसे फसल उगाते हैं. कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर सब्जी, फल या कुछ अन्य उगाते हैं. महाराजगंज के घुघुली के रहने वाले जयराम जायसवाल सब्जी की खेती कर एक अच्छा उदाहरण पेश कर रहे हैं.
बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच में इन दिनों खूंखार भेड़ियों का आतंक फैला हुआ है. हर जगह डर का माहौल है. लोग अकेले जाने में खतरा महसूस कर रहे हैं. हमला करने के बाद ये भेड़िए खेतों में जाकर छिप जाते हैं. घात लगाकर बैठे ये आदमखोर भेड़िया किसी को भी नहीं बख्श रहे हैं. जानकारी मिली है कि इन आदमखोर भेड़िया के हमले से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है.
पिछले एक महीने से बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र अंतर्गत हरदी थाना क्षेत्र के कई गांवों में आदमखोर भेड़िए खुले घूम रहे हैं. स्थानीय लोगों को कहना है कि अब तक ये भेड़िया कई बच्चों को उठाकर खा चुका है. एक महिला का भी ये भेड़िए शिकार बना चुके हैं. इन भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग अब युद्ध स्तर पर काम कर रहा है.
बेलगाम हुए आदमखोर भेड़िए
वन अधिकारियों ने अब इन बेलगाम आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए एक नई रणनीति बनाई है, जिस रणनीति में हाथी के गोबर और यूरिन का इस्तेमाल किया जाएगा. इसको पानी में मिलाकर ग्रामीण इलाकों के बॉर्डर पर छिड़काव किया जाएगा. जिसकी दुर्गंध से छोटे जानवर गांव के करीब नहीं आएंगे. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है.
40 दिनों से चल रहा है मौत का खेल!
40 दिनों से लगातार बहराइच के महसी क्षेत्र मे लगभग 30 गांवो में भेड़िये का आतंक कायम है, जहां ये भेड़िये सिर्फ बच्चों को निशाना बना रहे थे, तो वहीं अब एक महिला की जान गई है. पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है.
ड्रोन कैमरे की ली जा रही है मदद
वन विभाग टीम ने आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है. चारों दिशा में ड्रोन कैमरे से इन भेड़ियों की लोकेशन पता करने में जुटी है. वहीं दूसरी ओर ग्रामीण रात-रात भर जागकर पहरा दे रहे हैं.
Tags: Bahraich news, Local18, UP news, Wild animalsFIRST PUBLISHED : August 28, 2024, 12:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed