Diabetes Risk: स्ट्रीट लाइट्स से बढ़ता है डायबिटीज का खतरा ! चीनी रिसर्च ने उड़ाई सभी की नींद
Diabetes Risk: स्ट्रीट लाइट्स से बढ़ता है डायबिटीज का खतरा ! चीनी रिसर्च ने उड़ाई सभी की नींद
Light At Night Increase Diabetes Risk- चीन के वैज्ञानिकों की डायबिटीज को लेकर की गई रिसर्च इस वक्त चर्चाओं का विषय बनी हुई है. इसमें डायबिटीज के नए रिस्क फैक्टर का खुलासा हुआ है. आप भी जान लीजिए.
हाइलाइट्सशहरों में रहने वाले लोगों को डायबिटीज का खतरा ज्यादा होता है.आर्टिफिशियल लाइट्स की चकाचौंध हेल्थ पर नेगेटिव असर डालती है.
Streetlights Increase Diabetes Risk: अब तक आपने सुना होगा कि मोटापा, अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खाने-पीने की लापरवाही से डायबिटीज का खतरा बढ़ता है. अगर आपसे कहा जाए कि आपके आसपास के माहौल से शुगर की बीमारी का खतरा बढ़ रहा है, तो आपके लिए यकीन करना मुश्किल होगा. हालांकि यह बात बिल्कुल सही है. आपको जानकर हैरानी होगी कि आपके घर और ऑफिस में चमकने वाली लाइट्स भी डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी की वजह बन सकती हैं. इसका खुलासा चीन में की गई एक हालिया स्टडी में हुआ है. इस स्टडी में डायबिटीज को लेकर जो बातें सामने आई हैं, वह काफी हैरान करने वाली हैं. नई रिसर्च में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
मेडिकल न्यूज टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक एक हालिया रिसर्च में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि रात के वक्त आर्टिफिशियल लाइट के ज्यादा संपर्क में रहने वाले लोगों को डायबिटीज का खतरा अन्य लोगों की अपेक्षा 28% तक बढ़ जाता है. रिसर्च में आउटडोर आर्टिफिशियल लाइट एट नाइट (LAN) और डायबिटीज का कनेक्शन सामने आया है. डायबिटीज को लेकर यह रिसर्च शंघाई की जिआतोंग यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने की है. करीब 98000 लोगों का डाटा एनालिसिस करने के बाद इस स्टडी का रिजल्ट तैयार किया गया था.
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आपके शहर से (लखनऊ) उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश राजस्थान उत्तराखंड हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब लखनऊ लखनऊ वाराणसी मेरठ आगरा अलीगढ़ कानपुर गोरखपुर नोएडा इलाहाबाद झांसी हापुड़ गाजियाबाद अमेठी अम्बेडकर नगर अयोध्या आजमगढ़ इटावा उन्नाव एटा कन्नौज कासगंज कुशीनगर कौशाम्बी गाजीपुर गोंडा चित्रकूट जौनपुर देवरिया पीलीभीत प्रतापगढ़ फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलिया बस्ती बहराइच बांदा बागपत बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर भदोही मऊ मथुरा महाराजगंज महोबा मिर्जापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मैनपुरी रामपुर लखीमपुर खेरी शामली शाहजहांपुर श्रावस्ती संत रविदास नगर संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस
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रिसर्च में यह बात सामने आई है कि रात के वक्त स्ट्रीट लाइट्स, पार्किंग लॉट लाइट्स, वाहनों की हेड लाइट, घर और ऑफिसों के बाहर इस्तेमाल की जाने वाली लाइट से लाइट पॉल्यूशन बढ़ जाता है.आर्टिफिशियल लाइट की वजह से आसमान ग्लो करने लगता है और पॉल्यूशन की एक परत बन जाती है. इससे आसमान के तारे साफ नजर नहीं आते और नेचुरल इको सिस्टम बिगड़ जाता है. गांव की अपेक्षा लाइट पॉल्यूशन शहरों में ज्यादा होता है और शहरी लोगों को डायबिटीज होने का खतरा भी ज्यादा रहता है. दुनिया की करीब 80% आबादी लाइट पॉल्यूशन के साए में रहती है. अमेरिका और यूरोप की करीब 99% आबादी लाइट पॉल्यूशन का शिकार हो रही है, जिससे कई बीमारियां हो रही हैं.
लाइट पॉल्यूशन से बढ़ रही मेंटल हेल्थ की समस्याएं
इससे पहले भी कई स्टडी में यह बात सामने आ चुकी है कि लाइट पॉल्यूशन की वजह से हमारी मेंटल हेल्थ पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं. रात में जलने वाली लाइट की वजह से बड़ी संख्या में लोग मूड और एंजायटी डिसऑर्डर, मोटापा, नींद ना आने की समस्या का शिकार हो रहे हैं. इतना ही नहीं इन लाइट्स से कैंसर का खतरा भी बढ़ रहा है. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि रात के वक्त लाइट के संपर्क में रहना हेल्थ के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
यह भी पढ़ें- एक्सरसाइज करने से डायबिटीज का खतरा कैसे होता है कम? सामने आई वजह
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Tags: Diabetes, Health, Lifestyle, Trending newsFIRST PUBLISHED : November 21, 2022, 06:00 IST