लखीमपुर में सैकड़ों वर्ष पुराना पीपल का पेड़ नदी में समाया दहशत में ग्रामीण

तिकुनिया के कौड़ियालाघाट के समीप शारदा नदी में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है. इसी बीच सैकड़ों वर्ष पुराना पीपल का पेड़ भी नदी की धारा में समा गया. इसका एक वीडियो भी सामने आया है. इसमें पेड़ नदी में डूबता हुआ दिख रहा है. कुछ ग्रामीण उसके आसपास खड़े हैं.

लखीमपुर में सैकड़ों वर्ष पुराना पीपल का पेड़ नदी में समाया दहशत में ग्रामीण
लखीमपुर खीरी. यूपी के लखीमपुर जिले में शारदा नदी का कहर जारी है. बाढ़ के कारण लगातार कटान जारी है जिसके चलते ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. जनपद खीरी में लगातार शारदा घाघरा व मोहाना सुहेली नदी का कटान कर रही हैं. जिसके चलते कई गांवों का अस्तित्व समाप्त हो चुका है. इन दिनों लगातार तिकुनिया क्षेत्र में लगातार कटान हो रहा है. तिकुनिया के कौड़ियालाघाट के समीप शारदा नदी में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है. नदी का तीव्र बहाव तेजी से तराई क्षेत्र में कटान कर रहा है. किसानों की कृषि योग्य भूमि नदी में समाती चली जा रही है. इसी बीच सैकड़ों वर्ष पुराना पीपल का पेड़ भी नदी की धारा में समा गया. इसका एक वीडियो भी सामने आया है. इसमें पेड़ नदी में डूबता हुआ दिख रहा है. कुछ ग्रामीण उसके आसपास खड़े हैं. ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. कटान के मुहाने पर कई घर शारदा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हो गए हैं. हजारों एकड़ फसलें नदी में समा चुकी हैं. मिलपुरवा तटबंध के अंदर बसे गांवों के ग्रामीणों की मुश्किलें भी कम होने का नाम नहीं ले रहीं. उधर, मोहाना नदी ने नया पिंड गांव को अपनी जद में ले लिया है. गांव के कई घर कटान के मुहाने पर हैं. ग्राम पंचायत खैरेटिया के मजरा नया पिंड के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है. ग्रामीणों के समक्ष सबसे बड़ी समस्या रोजी-रोटी की है. जमीन पहले नदी में समा चुकी है और अब घरों पर भी मोहाना नदी का खतरा मंडरा रहा है. इससे ग्रामीणों में बेचैनी है. बदला शारदा नदी का रुख बिजुआ ब्लॉक के कोरियाना-नयापुरवा और चकपुरवा के बाद शारदा नदी का रुख अब बेचेपुरवा, करसौर तथा रूरासुल्तानपुर की तरफ हो गया है. नदी के किनारे बसे गांवों के लोगों ने खतरे को देखते हुए सुरक्षित जगह की तलाश शुरू कर दी है और अपना सामान इकट्ठा करने लगे हैं. FIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 13:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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