इस विधि से करें जिमीकंद की खेती कम लगात में होगी तगड़ी कमाई

किसान यदुनंदन सिंह पुजारी ने बताया कि कई वर्षों से केले की खेती करते आ रहे थे. जब केले की फसल में नुकसान हुआ तो पिछले दो वर्षो से जिमीकंद की खेती करना शुरू कर दिया. जिमीकंद कम लागत में तैयार होने वाली फसल है. जिमीकंद की खेती वैसे खेतों में करनी चाहिए जिसमें जल निकासी अच्छी होने के साथ कार्बनिक पदार्थ की मात्रा अधिक हो.

इस विधि से करें जिमीकंद की खेती कम लगात में होगी तगड़ी कमाई
लखीमपुर खीरी. भारत एक कृषि प्रधान देश है. यहां की अधिकांश आबादी खेती ही निर्भर है. यूपी में भी कमाेवेश यही स्थिति है. यही वजह है यहां बड़े पैमाने पर खेती की जाती है. पहले किसान पारंपरिक फसलों को ज्यादा महत्व देते थे. वहीं, अब किसान धीरे-धीरे अधिक मुनाफा देने वाली फसलों की खेती कर रहे हैं. ऐसी ही एक फसल है जिमीकंद. जिसे उत्तर भारत के कई राज्यों में ओल भी कहा जाता है. यूपी के लखीमपुर जिला स्थित बांकेगंज के रहने वाले किसान यदुनंदन पुजारी भी जिमीकंद की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. दो वर्षो से जिमीकंद की खेती कर रहे हैं यदुनंदन किसान यदुनंदन सिंह पुजारी ने बताया कि वह कई वर्षों से केले की खेती करते आ रहे थे. जब केले की फसल में नुकसान हुआ तो जिमीकंद की खेती करना शुरू कर दिया. जिमीकंद की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों से जिमीकंद की खेती कर रहे हैं. जिमीकंद कम लागत में तैयार होने वाली फसल है. जिमीकंद की खेती की खेती करना भी बेहद आसान है. इसकी खेती के लिए सही मिट्टी का चयन बेहद जरूरी है. किसानों के लिए जिमीकंद की खेती के लिए रेतीली दोमट प्रकार की मिट्टी की तालाश करनी चाहिए. तनाव को दूर करने में फायदेमंद है जिमीकंद जिमीकंद की खेती वैसे खेतों में करनी चाहिए जिसमें जल निकासी अच्छी होने के साथ कार्बनिक पदार्थ की मात्रा अधिक हो. एक बार जब सही मिट्टी का चयन हो जाए तो दो फीट की दूरी पर और 40 मीटर के गड्ढे में जिमीकंद की बुवाई करे दें. इसके लिए दो केजी जिमीकंद को चार भागों में काटकर एक- एक गड्ढे में मिट्टी से एक इंच नीचे लगा सकते हैं. जिमीकंद की सब्जी तनाव कम करने में बहुत लाभदायक होता है. इसमें विटामिन ए, पोटेशियम और आयरन आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और मूड को सकारात्मक बनाने में मददगार साबित होता है. जिमीकंद के तनाव दूर करने के गुणों की वजह से इसे एक आयुर्वेदिक औषधि माना जाता है. Tags: Agriculture, Lakhimpur Kheri News, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 24, 2024, 13:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed