BJP के दावों की मंत्री ने खोली पोल केंद्र से रूटीन में मिले महज 1148 करोड़

Himachal Monsoon Disaster: हिमाचल प्रदेश को SDRF, NDRF और 2020-21 के बकाया राशि को मिलाकर कुल मात्र 1148 करोड़ मिले हैं. हिमाचल सरकार ने 10 हजार करोड़ के नुकसान की भेजी रिपोर्ट भेजी थी. साल 2023 में हिमाचल के इतिहास की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा आई थी.

BJP के दावों की मंत्री ने खोली पोल केंद्र से रूटीन में मिले महज 1148 करोड़
शिमला. हिमाचल प्रदेश में बीते साल आई इतिहास की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा में केंद्र सरकार की ओर दी गई आर्थिक मदद को लेकर भाजपा नेताओं की ओर से किए गए दावों की पोल खुल गई है. हिमाचल प्रदेश राजस्व विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार राज्य को केंद्र सरकार की ओर से आपदा पर कोई विशेष मदद नहीं मिली. हिमाचल को केवल वही राशि मिली है, जो देश के हर राज्य को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के तहत मिलती है. प्रदेश में बीते साल आई भीषण आपदा में 500 से ज्यादा लोगों की जान गई थी और हजारों लोग बेघर हो गए थे. नुकसान का आंकलन करने के लिए केंद्र सरकार की तीन टीमों ने हिमाचल का दौरा किया था और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी नुकसान का जायजा लेने आए थे. इसके बाद प्रदेश सहित भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने केंद्र सरकार की ओर से दी गई मदद को लेकर कई दावे किए थे. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हाल ही में अगस्त माह में अपने एक बयान में कहा था कि प्रदेश में आपदा के दौरान टूटी सड़कों को ठीक करने के लिए 2700 करोड़ की राशि जारी की गई थी. आपदा के दौरान केंद्र की ओर से 364 करोड़. 190 करोड़ और 400 करोड़ की अलग-अलग किस्त जारी की थी. सुक्खू सरकार के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि 2023 में आपदा के दौरान केंद्र सरकार से प्रदेश को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के तहत हर साल मिलने वाली निर्धारित राशि एक अंतरिम रिलीफ के तौर पर 200 करोड़ की एडवांस किश्त जारी की थी. इसके बाद, एनडीआरएफ के तहत 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार निर्धारित 400 करोड़ की राशि जारी की थी. उसके बाद साल 2020-21 की बकाया 189 करोड़ की राशि जारी की थी. अन्य जो राशि आई है, वो हर राज्य को मिलने वाले हिस्से के तहत मिली है, जबकि राज्य सरकार ने 10 हजार करोड़ के नुकसान की रिपोर्ट भेजी थी, लेकिन बीते साल केंद्र की ओर मात्र 1148 करोड़ की राशि मिली है. राज्य सरकार को कोई विशेष या अतिरिक्त मदद नहीं मिली है. दो साल में साढ़े 13 हजार करोड का नुकसान मंत्री नेगी ने कहा कि केंद्र सरकार ने आपदा को लेकर न केवल हिमाचल के साथ भेदभाव किया है, बल्कि अन्याय भी किया है. उन्होंने कहा कि इस साल आपदा में प्रदेश को 1600 करोड़ नुकसान हुआ है और इस बार भी केंद्र की टीम नुकसान का जायजा लेकर गई है, पिछले साल हुए नुकसान पर मदद नहीं मिली है तो इस बार की मदद की कोई उम्मीद नहीं है. दो साल में आपदा का कहर साल 2023 में हिमाचल प्रदेश में जमकर कुदरत का कहर बरपा था. 12 हजार के करीब मकानों को नुकसान पहुंचा था और इस दौरान शिमला, मंडी और कुल्लू भंयकर लैंडस्लाइड हुई थी. ब्यास नदी में बाढ़ आने से मनाली से मंडी तक तबाही हुई थी. Tags: Heavy rain and cloudburst, IMD forecast, Monsoon Update, Shimla News TodayFIRST PUBLISHED : November 6, 2024, 11:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed