धुंए की कोई सीमा नहीं पाक पंजाब की मंत्री ने कहा- मिलकर कदम उठाना होगा
धुंए की कोई सीमा नहीं पाक पंजाब की मंत्री ने कहा- मिलकर कदम उठाना होगा
Smog in Lahore: मरियम ने कहा कि स्मॉग के कारण लाहौर में प्राथमिक स्कूलों को बंद करना पड़ा था. यह समस्या सिर्फ भारत से आ रही हवाओं की वजह से नहीं है, लेकिन जब हर साल अक्टूबर से दिसंबर तक पंजाब में धान की कटाई होती है
हवा में धुंए की समस्या दिल्ली सहित केवल उत्तर भारत ही नहीं, बल्कि पड़ोसी पाकिस्तान में भी गंभीर संकट का रूप ले चुकी है. इस कारण पाकिस्तान के लाहौर शहर का एक्यूआई लेवल 1900 तक पहुंच गया था. यानी यह शहर दिल्ली से करीब चार गुना अधिक प्रदूषित हो गया. इसको लेकर पाकिस्तानी पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान, खासकर दोनों पंजाबों को मिलकर एक संयुक्त योजना बनानी चाहिए ताकि वे बढ़ते हुए धुंए की समस्या को हल कर सकें. उन्होंने यह भी कहा कि अब समय आ गया है जब दोनों देशों के पंजाब एक साथ आकर स्मॉग से निपटने के लिए एक ठोस योजना तैयार करें.
लाहौर में गंभीर प्रदूषण
कुछ दिन पहले लाहौर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 1900 तक पहुंच गया था. इससे वह दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया था. औरंगजेब ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि भारत से आ रही पूरवा हवाएं लाहौर में स्मॉग की स्थिति को बहुत खराब कर देती हैं. उन्होंने इसे एक राष्ट्रीय आपदा बताया और कहा कि यह केवल पाकिस्तान या भारत का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह दोनों देशों के पंजाबों का साझा संकट है. स्मॉग को दोनों को देश की सीमा पता नहीं है.
उन्होंने कहा कि इस स्मॉग के कारण लाहौर में प्राथमिक स्कूलों को बंद करना पड़ा था. यह समस्या सिर्फ भारत से आ रही हवाओं की वजह से नहीं है, लेकिन जब हर साल अक्टूबर से दिसंबर तक पंजाब में धान की कटाई होती है और दिवाली के आसपास भारत में पटाखे जलाए जाते हैं, तब हवा में प्रदूषण का स्तर बहुत बढ़ जाता है. इस दौरान हवा की दिशा बदलने से लाहौर में प्रदूषण की स्थिति और भी गंभीर हो जाती है.
उन्होंने साफ कहा कि वह न तो भारत को दोषी ठहरा रही हैं, न ही पाकिस्तान को, बल्कि यह एक वैज्ञानिक समस्या है. इसके लिए दोनों देशों को मिलकर काम करने की जरूरत है. उनका कहना था कि दोनों देशों को एक साथ बैठकर एक स्मॉग मिटिगेशन एक्शन प्लान तैयार करना चाहिए, जिसमें समयबद्ध लक्ष्य और डेडलाइन तय की जाए.
साथ काम करने की आवश्यकता
मरियम औरंगजेब ने यह भी बताया कि उनकी मुख्यमंत्री मरियम नवाज शरीफ का मानना है कि इस समस्या को राजनीति से अलग करके वैज्ञानिक तरीके से हल किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जल्द ही पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को एक पत्र भेजा जाएगा और उम्मीद जताई कि भारत सकारात्मक प्रतिक्रिया देगा.
औरंगजेब ने बताया कि पाकिस्तान में भी धान के पराली जलाने की समस्या है, हालांकि भारत के पंजाब में यह समस्या बहुत बड़े पैमाने पर है, क्योंकि वहां के किसान और खेत बड़े हैं. पाकिस्तान में इस समस्या से निपटने के लिए किसानों को ‘सुपर सीडर’ मशीनें दी जा रही हैं ताकि वे पराली जलाने से बच सकें. इसके अलावा, पाकिस्तान में इस वर्ष अब तक 100 से ज्यादा लोगों को पराली जलाने के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया है.
सहयोग पर जो
औरंगजेब ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत और पाकिस्तान दोनों मिलकर इस समस्या का समाधान ढूंढें. दोनों देशों के पंजाबों को एक साथ मिलकर यह समझना चाहिए कि यह केवल एक क्षेत्रीय समस्या नहीं है, बल्कि यह एक साझा संकट है, जिसे मिलकर हल करने की जरूरत है. अगर दोनों देशों के बीच सहयोग रहेगा तो यह प्रदूषण कम किया जा सकता है.
Tags: Air Pollution AQI Level, Delhi smog tower, Smog towerFIRST PUBLISHED : November 6, 2024, 11:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed