आज तो शादी होकर ही रहेगी बाढ़ में बही सड़क तो नाव से बारात लेकर पहुंचा दूल्हा
आज तो शादी होकर ही रहेगी बाढ़ में बही सड़क तो नाव से बारात लेकर पहुंचा दूल्हा
Kushinagar Flood: यूपी के कुशीनगर में बाढ़ की वजह से शादी टूटने से परेशान एक दूल्हे ने नया तरीका अपनाया. इस बार दूल्हे ने नाव से बारात ले जाने की सोची. बाढ़ की वजह से रास्ता बाह गया था तो दूल्हा और बाराती नाव पर सवार हो गए.
हाइलाइट्स बाढ़ से रास्ता कट जाने के कारण दूल्हा भी नाव से बारात लेकर जाने को मजबूर है कुशीनगर में दूल्हा अजीत साहनी नाव से अपनी बारात लेकर बिहार पहुंचा
कुशीनगर. यूपी के कुशीनगर में बाढ़ की स्थिति भले ही नियंत्रण में हो, लेकिन अभी भी खड्डा के दियारा क्षेत्र में रहने वाले लोगों की मुसीबतें कम नहीं हुई हैं. बाढ़ से रास्ता कट जाने के कारण लोग नाव से ही आ जा रहे हैं. रास्ता कट जाने के कारण दूल्हा भी नाव से बारात लेकर जाने को मजबूर है. कुशीनगर महाराजगंज सीमा पर बसे गांव बसही सोहगी बरवा निवासी अजीत साहनी नाव पर सवार होकर अपनी दुल्हनिया को लेने निकल पड़े. इतना ही उसके बाराती भी नाव पर सवार होकर जाने को मजबूर हुए.
अभी तक आपने डीजे की धुनों पर बारातियों को नाचते और दूल्हे को सजे हुए कार में सवार होकर विवाह करने के लिए जाते हुए देखा होगा, लेकिन अब हम आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाते हैं. जिसमें दुल्हा और बाराती नाव पर सवार होकर विवाह करने जा रहे हैं. दूल्हे के साथ बाराती भी अन्य नाव पर सवार होकर विवाह करने के लिए निकल पड़े हैं. दूल्हे का अपनी दुल्हन को चमचमाती कार में लेकर आने का सपना चकनाचूर हो गया और दुल्हा निराश होकर नाव में सवार होकर विवाह करने के लिए निकल पड़ा.
पहले टूट चुके हैं कई रिश्ते
दरअसल, पिछले दिनों नेपाल द्वारा गंडक नदी में साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद खड्डा तहसील के आधा दर्जन गांव बाढ़ के पानी से घिर गए थे. इन गांव का संपर्क मार्ग भी टूट गया था. पानी कम होने के बाद गांव से बाढ़ का पानी तो निकल गया, लेकिन रास्ता कटा होने के कारण नाव के सहारे ही लोग आ जा रहे हैं. कुशीनगर और महाराजगंज जिले की सीमा पर स्थित बसही सोहगीबरवा निवासी अजीत साहनी का विवाह कुछ माह पूर्व बिहार के बगहा नम्बर 1 में तय हो गया था. इस बीच आई बाढ़ ने उनके गांव जाने वाले रस्ते को बहा दिया. जिसके कारण गांव से निकलने के लिए एकमात्र सहारा नाव ही रह गया. विवाह की तिथि नजदीक आने के बाद परिजन परेशान हो गए, लेकिन लड़की वालों से बातचीत करने के बाद तय तारीख यानी 10 जुलाई को बारात लेकर जाने को राजी हो गए. इसके बाद अजीत बारातियों के साथ नाव पर सवार होकर निकल पड़े. नाव पर सवार होकर विवाह करने निकले अजीत के चेहरे पर मायूसी साफ झलक रही थी. अजीत का कहना है रेता इलाके में रहने के कारण उनकी कई शादियां कट चुकी हैं. इसलिए तमाम परेशानियों को उठाने के बाद भी नाव पर सवार होकर विवाह करने जा रहे हैं.
Tags: Kushinagar news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : July 11, 2024, 12:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed