यहां हर आदमी के पास 2-2 वोटर आईडी कार्ड 2 राज्यों के लिए करते हैं मतदान!

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को ओडिशा और आंध्र प्रदेश में लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा चुनाव के लिए भी मतदान होगा. लेकिन इन दोनों राज्यों की सीमा में कुछ ऐसे भी गांव हैं, जो दोनों राज्यों के लिए वोट डालते हैं.

यहां हर आदमी के पास 2-2 वोटर आईडी कार्ड 2 राज्यों के लिए करते हैं मतदान!
वैसे तो भारत विविधता वाला देश हैं, लेकिन कई बार विविधता इतनी अजीब होती हैं कि सुनकर अचंभा होता है. अब बात ओडिशा और आंध्र प्रदेश की सीमा विवाद में फंसे कोटिया क्षेत्र की बात करें तो यहां लोगों के पास दो-दो फोटो पहचान पत्र हैं और ये लोग दो राज्यों में होने वाले विधानसभा या लोकसभा चुनावों के लिए वोट डालते हैं. 13 मई को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए होने वाले मतदान में कोटिया के लोग दो-दो लोकसभा सीटों के लिए मतदान करेंगे. ओडिशा और आंध्र प्रदेश द्वारा जारी किए गए दो मतदाता पहचान पत्रों से लैस, कोटिया क्षेत्र के 5,500 से अधिक मतदाता 13 मई को आम चुनाव के चौथे चरण में दोनों राज्यों के चुनावों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के पात्र हैं. ओडिशा और आंध्र प्रदेश दोनों राज्यों में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होंगे. कोटिया क्लस्टर के 28 गांवों में से 21 गांवों पर ओडिशा और आंध्र प्रदेश, दोनों ही राज्य अपना-अपना दावा करते हैं. यह विवाद 1968 से सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. विवाद के कारण, कोटिया के निवासियों को दोनों राज्यों की योजनाओं का लाभ मिलता है, क्योंकि उनके पास दोनों राज्यों की ओर से जारी किए गए आधार और राशन कार्ड हैं और उन्हें दोनों सरकारों द्वारा घोषित योजनाओं का लाभ मिलता है. ओडिसा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी निकुंज बिहारी धल ने कहा कि कोटिया में दोहरे मतदान का मुद्दे पर अभी तक किसी ने कोई औपचारिक या अनौपचारिक शिकायत नहीं मिली है. नाम न छापने का अनुरोध करते हुए, ओडिशा के कोरापुट जिले के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि कोटिया के लोग आंध्र प्रदेश और ओडिशा दोनों के चुनावों में वोट डालते हैं. उन्होंने कहा कि दो राज्यों द्वारा प्रदान किए गए मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड में एक व्यक्ति के दो नाम हैं. मान लीजिए, एक व्यक्ति जिसे ओडिशा में परमेश्वर गामेल के नाम से जाना जाता है, आंध्र प्रदेश के कार्ड में उसका नाम जी. परमेश्वर है.’ कोटिया के 28 गांवों में से 21 में 2,913 महिलाओं सहित कुल 5,502 मतदाता हैं. वे ओडिशा और आंध्र प्रदेश दोनों में पंचायत से लेकर लोकसभा तक सभी चुनावों में अपना वोट डालते हैं. अधिकारियों ने कहा कि इस साल के चुनाव के लिए ओडिशा ने क्षेत्र में नौ मतदान केंद्र बनाये हैं, जबकि आंध्र प्रदेश का तीन मतदान केंद्र हैं. कोटिया ओडिशा में कोरापुट (एसटी) लोकसभा क्षेत्र और आंध्र प्रदेश में अराकू (एसटी) लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है. कोरापुट लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा है, जबकि अराकू सीट वाईएसआर कांग्रेस के पास है. कोटिया पंचायत के 28 गांवों में से 21 के स्वामित्व का विवाद 1968 में पहली बार सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था. 2006 में सुप्रीम कोर्ट ने माना कि अंतर-राज्यीय सीमाएं उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं आती हैं और केवल संसद ही उन्हें हल कर सकती है. न्यायालय ने विवादित क्षेत्र पर स्थायी निषेधाज्ञा लगा दी. विवादित क्षेत्र में यथास्थिति बनाए रखने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का हवाला देते हुए ओडिशा प्रशासन की आपत्ति के बावजूद आंध्र प्रदेश ने 2021 में पंचायत चुनाव कराए. विवाद का फायदा दो राज्यों की सीमा में फँसे गांवों के लोग इस विवाद को लेकर खुश हैं. क्योंकि उन्हें दोनों ही राज्य सरकारों की योजनाओं का लाभ मिलता है. डोलभद्र की निवासी थोंडांगी लक्ष्मी ने कहा कि उन्हें ओडिसा सरकार ने मकान आवंटित किया है, जबकि आंध्र प्रदेश ने मुफ्त बिजली की पेशकश की है. दोनों राज्यों द्वारा पानी की दो टंकियों का निर्माण किया गया है. लोगों का कहना है कि वे दोनों सरकारों से मुफ्त चावल ले सकते हैं. वृद्धावस्था पेंशन के तहत आंध्र सरकार 3000 रुपये और ओडिसा सरकार 1000 रुपये देती है. ताडिवलसा गांव के निवासी तमल कनाया ने कहा, ”मैं दोनों राज्यों में मतदान करूंगा. आंध्र प्रदेश का मतदान केंद्र नजदीक है. ओडिसा द्वारा हमारे गांव के लिए बनाया गया बूथ रनसिंह में है और वहां पहुंचने के लिए हमें कुछ मील की दूरी तय करनी होगी. फिर भी हम दोनों राज्यों के चुनावों में भाग लेंगे.” एक अन्य ग्रामीण गमेल चिन्मयी ने कहा, ‘हमें दोनों राज्यों के बीच विवाद की चिंता नहीं है. हम दोनों राज्यों के लिए वोट करते हैं, क्योंकि हमें दोनों की योजनाओं से फायदा होता है.’ आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ-साथ आंध्र प्रदेश में 13 मई को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 25 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. लोकसभा के साथ यहां विधानसभा के चुनाव भी हो रहे हैं. आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीटों के लिए भी सोमवार को मतदान होगा. लोकसभा चुनाव के वोटों की गिनती 4 जून होगी तो विधानसभा चुनाव की मतगणना दो जून को होगी. ओडिशा में भी विधानसभा और लोकसभा चुनाव 13 मई, सोमवार को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के मतमान में ओडिशा की चार लोकसभा सीट कालाहांडी, नबरंगपुर (एसटी), बेरहामपुर और कोरापुट पर भी मतदान होगा. लोकसभा के साथ-साथ यहां विधानसभा चुनाव भी कराए जा रहे हैं. 147 सीटों वाली ओडिशा विधानसभा के लिए 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को चार चरणों में वोटिंग होगी. मतगणना 4 जून को ही लोकसभा चुनावों के साथ होगी. (इनपुट भाषा से) Tags: Andhra pradesh assembly election 2024, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Odisha Assemble ElectionFIRST PUBLISHED : May 11, 2024, 16:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed