अनुसूचित जनजाति के लोगों का पैसा लेम्बोर्गिनी मेंमामला जान उड़ जाएंगे होश

अनुसूचित जनजाति के लोगों का पैसा लेम्बोर्गिनी मेंमामला जान उड़ जाएंगे होश
Karnataka ST Scam: कर्नाटक में 94 करोड़ रुपये के एसटी फंड घोटाले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. घोटाले के एक मुख्य आरोपी ने कर्नाटक में अनुसूचित जनजातियों के विकास के लिए निर्धारित फंड से एक सेकंड हैंड लेम्बोर्गिनी कार खरीदी है. आरोपी ने 3.3 करोड़ रुपये देकर हैदराबाद के एक ऑटो डीलर से पुरानी लेम्बोर्गिनी खरीदी थी. हालांकि, यह खरीददारी ज़्यादा दिन तक नहीं चली. पैसे के लेन-देन का पता लगने के कुछ ही दिनों के भीतर पुलिस ने खरीद का पता लगा लिया. पुलिस ने लेम्बोर्गिनी कार को जब्त कर डीलर को लौटा दिया और डीलर से 3.3 करोड़ रुपये बरामद कर लिए हैं. सूत्रों के अनुसार, एसआईटी ने 13 जून को हैदराबाद में 36 वर्षीय सत्यनारायण वर्मा को गिरफ्तार किया. हैदराबाद में सत्यनारायण वर्मा को गिरफ्तार करने के बाद एसआईटी उसे बेंगलुरु ले आई और उससे पूछताछ की. वर्मा ने पुलिस को बताया कि उसने 3.3 करोड़ रुपये में एक लेम्बोर्गिनी खरीदी थी. एसआईटी अधिकारियों ने दावे की पुष्टि करने के लिए कार डीलर से संपर्क किया. हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि सत्यनारायण वर्मा ने लेम्बोर्गिनी का कौन सा मॉडल खरीदा था. एसआईटी कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम लिमिटेड घोटाले की जांच कर रही है. इस सिलसिले में बी. नागेंद्र ने जून के पहले सप्ताह में कर्नाटक के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. यह घोटाला एक कर्मचारी द्वारा आत्महत्या के बाद सामने आया था. कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम के लेखा अधीक्षक चंद्रशेखरन ने 26 मई को आत्महत्या कर ली थी. चंद्रशेखरन ने घोटाले के लिए मंत्री और कई वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया था. चंद्रशेखरन ने सुसाइड नोट में निगम के बैंक खाते से 187 करोड़ रुपये अवैध ट्रांजेक्शन का खुलासा किया था. इसमें से 88 करोड़ रुपये कई बड़ी आईटी कंपनियों और हैदराबाद के एक सहकारी बैंक में डाले गए थे. FIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 17:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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