झारखंड चुनाव: BJP बार-बार उठाती रही जो मुद्दा वोटिंग से पहले ही सच साबित हुआ

Jharkhand Assembly Election Voting: झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर राज्य में बीजेपी के चुनाव प्रभारी हिमंत बिश्व सरमा तक बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर जेएमएम-कांग्रेस को घेरते रहे हैं. वहीं राज्य में पहले राउंड की वोटिंग से पहले ईडी के एक्शन से इन आरोपों को बल मिलता दिख रहा है. पढ़ें पूरा मामला...

झारखंड चुनाव: BJP बार-बार उठाती रही जो मुद्दा वोटिंग से पहले ही सच साबित हुआ
झारखंड के विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी बांग्लादेशी नागरिकों की अवैध घुसपैठ का मुद्दा जोरशोर से उठाती रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्य में बीजेपी के चुनाव प्रभारी हिमंत बिश्व सरमा तक बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर जेएमएम-कांग्रेस को घेरते रहे हैं. झारखंड में बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए पहले राउंड की वोटिंग जारी है और ठीक उससे पहले बीजेपी के इन आरोपों को नया बल मिलता दिखा. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बांग्लादेशी नागरिकों की कथित अवैध घुसपैठ से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में झारखंड और पश्चिम बंगाल में एक दिन पहले मंगलवार को कई जगहों पर छापे मारे और तीन लोगों को गिरफ्तार किया. ईडी ने बताया कि देर रात रोनी मंडल, संदीप चौधरी और पिंटू हलधर को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया. बताया जा रहा है कि ये सभी बिचौलिए हैं. एंजेसी ने कहा कि कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है. ईडी ने 17 जगहों पर मारे छापे ईडी अधिकारियों ने झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से एक दिन पहले दोनों पड़ोसी राज्यों में कुल 17 जगहों पर तलाशी ली. एजेंसी ने बयान जारी कर कहा कि उसने छापेमारी के दौरान फर्जी आधार कार्ड, जाली पासपोर्ट, अवैध हथियार, जमीन-जायदाद के दस्तावेज, नकदी और गहने बरामद किए गए है. इसके अलावा आधार में जालसाजी के लिए इस्तेमाल किए गए प्रिंटिंग पेपर और मशीनों के साथ खाली प्रोफार्मा जैसी आपत्तिजनक चीज़ें भी बरामद की गई हैं. ईडी ने झारखंड में कुछ बांग्लादेशी महिलाओं की कथित घुसपैठ और तस्करी के एक मामले की जांच के लिए मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA) के तहत सितंबर में एक मामला दर्ज किया था. ऐसा आरोप है कि घुसपैठ और तस्करी से आपराधिक आय अर्जित की गई. दरअसल इसी साल जून में एक बांग्लादेशी महिला ने राजधानी रांची के बरियातु पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराया था. बांग्लादेशी महिला का क्या है पूरा केस? यह महिला काम की तलाश में दलालों की मदद से अवैध तरीके से भारत-बांग्लादेश सीमा पार करके भारत में घुसी थी. महिला का आरोप है कि उसे ‘ब्यूटी सैलून’ में नौकरी दिलाने का झांसा देकर वेश्यावृत्ति में ढकेल दिया गया. उसने अपनी शिकायत में करीब छह महिलाओं का नाम लिया था. महिला की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक नजदीकी रिजॉर्ट में रेड मारी थी और सभी को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने इनमें से एक महिला के पास से ‘फर्जी’ आधार कार्ड भी बरामद किया था. वहीं ईडी ने ताजा छापों से पहले बताया था कि वह बांग्लादेश समेत पूर्वी सीमाओं से झारखंड में घुसपैठ की ‘पूरी सीरीज’ की जांच करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी के तमाम नेताओं ने हाल में चुनाव प्रचार अभियान के दौरान हेमंत सोरेन सरकार पर बांग्लादेशियों के घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि इससे आदिवासी बहुल संथाल परगना और कोल्हान इलाकों की जनसांख्यिकी बदल गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को झारखंड के देवघर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने घुसपैठियों को जमीन हड़पने और आदिवासी महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने की अनुमति दी है. एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेएमएम-कांग्रेस की गठबंधन सरकार पर राज्य को रोहिंग्याओं और बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए ‘धर्मशाला’ में बदल देने का आरोप लगाया था. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को सरायकेला में ऐलान किया कि झारखंड में बीजेपी की सरकार बनने पर घुसपैठियों की पहचान करके उन्हें राज्य से खदेड़ दिया जाएगा और उनकी हथियाई गई जमीन को वापस लेने के लिए एक समिति गठित की जाएगी. (भाषा इनपुट के साथ) Tags: Bangladesh, Enforcement directorate, Jharkhand election 2024, Jharkhand ElectionsFIRST PUBLISHED : November 13, 2024, 15:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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