रीढ़ की हड्डी टूटी पैरों में जान नहीं फिर भी हार नहीं मानी जयंत की कहानी

Assam: जयंत गोगोई, जोरहाट के एक प्रतिभाशाली पैरा-एथलीट, रीढ़ की हड्डी टूटने के बावजूद अपने हौसले से आगे बढ़े. उन्होंने खुद का जिम बनाया, मेहनत की, और राष्ट्रीय स्तर पर असम का प्रतिनिधित्व किया.

रीढ़ की हड्डी टूटी पैरों में जान नहीं फिर भी हार नहीं मानी जयंत की कहानी