Gujarat: टोफिक ने कजाकिस्तान में लहराया परचम जीती बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप

Jamnagar News: टोफिक जुनेजा ने कजाकिस्तान में आयोजित इंटरनेशनल बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में गुजरात के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने युवाओं को शरीर की देखभाल करने और नियमित व्यायाम करने का महत्व बताया.

Gujarat: टोफिक ने कजाकिस्तान में लहराया परचम जीती बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप
जामनगर: भागदौड़ के इस युग में आज का युवा अपने शरीर का ख्याल रखना भूल गया है, जो उसकी असली पूंजी है. अधिकतर समय व्यस्तता और कई जिम्मेदारियों में उलझे रहने के कारण युवा खुद को प्राथमिकता नहीं देते. परिणामस्वरूप, कई बीमारियाँ पनपने लगती हैं, जो न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्थिति पर भी असर डालती हैं. ऐसे में, शरीर को सच्ची संपत्ति के रूप में सुरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक हो जाता है. खासतौर पर युवाओं को अपने शरीर पर समय देना चाहिए. यह विचार जामनगर के युवाओं ने व्यक्त किए हैं, जिन्होंने हाल ही में एक जबरदस्त उपलब्धि हासिल की है. आइए, जानते हैं इस क्षेत्र के बारे में. जामनगर की ताकत ने की पूरी दुनिया को हैरान हाल ही में पूरी दुनिया ने जामनगर की ताकत देखी. कजाकिस्तान में आयोजित एक इंटरनेशनल बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में जामनगर के एक युवा, टोफिक जुनेजा, ने आईएफबीबी प्रो लीग के नाम से मशहूर शो में गुजरात के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता. टोफिक ने पुरुष भौतिकी वर्ग में यह स्वर्ण पदक जीता और गुजरात को गौरवान्वित किया. टोफिक की यह उपलब्धि उनके कठोर परिश्रम, समर्पण और सही दिशा में किए गए प्रशिक्षण का परिणाम है. इस शानदार सफलता ने जामनगर के युवाओं में एक नई उम्मीद और प्रेरणा का संचार किया है. शरीर के प्रति समर्पण का संदेश टोफिक जुनेजा ने कहा, “आज भी, मैं दिन में एक से दो घंटे अपने शरीर को देता हूँ और अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर, कभी भी व्यायाम नहीं छोड़ता. नियमित रूप से जिम में व्यायाम करना मेरी दिनचर्या का हिस्सा है.” उनका मानना है कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना जरूरी है, और इसके लिए अनुशासन और नियमितता का पालन करना पड़ता है. युवाओं को संदेश टोफिक ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा, “शरीर ही सच्ची पूंजी है. इसलिए, हर युवा को दिन में दो घंटे नियमित समय में शरीर के लिए आवंटित करना चाहिए और जंक फूड से बचना चाहिए. क्योंकि 40 से 42 साल की उम्र के बाद शरीर की असल कीमत समझ में आती है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. ऐसे में यदि हम अब से अपनी सेहत पर ध्यान दें, तो आने वाले वर्षों में हम स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं.” Tags: Gujarat, Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : November 15, 2024, 17:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed