25 साल पहले श्रीलंका में शहीद हुआ जवान अब उसकी कब्र पर जाना चाहता है भाई
25 साल पहले श्रीलंका में शहीद हुआ जवान अब उसकी कब्र पर जाना चाहता है भाई
Jammu and Kashmir News: जम्मू और कश्मीर का रहने वाला सेना का एक जवान 1989 में श्रीलंका में शहीद हुआ था. जिसको वहीं दफना दिया गया था. इसके बाद अब उसका भाई उसकी कब्र पर फातिहा पढ़ना चाहता है.
जम्मू. भारतीय सेना के जवानों ने दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अपनी बहादुरी के जौहर दिखाए हैं. मगर हाल के समय में कुछ ऐसी कहानियां सामने आईं हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया में भारतीय सेना के शौर्य और बलिदान की गाथा को सामने रखा है. भारतीय शांति सेना जब श्रीलंका में तैनात थी, तो कई सैनिकों ने बलिदान दिया था. जिनमें से कई का अंतिम संस्कार वहीं कर दिया गया था. अब श्रीलंका में 1987 से 1990 के बीच तैनात भारतीय शांति सेना के शहीद हुए एक जवान के भाई ने द्वीपीय देश जाकर कब्र पर फातिहा पढ़ने और उसकी मरम्मत करवाने की इच्छा जताई है.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मेंढर तहसील के चुंगन गांव के रहने वाले शाह वली के बेटे मोहम्मद ताज 1989 में भारतीय सेना की जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (जेएकेएलआई) यूनिट में सेवा करते समय शहीद हो गए थे. मोहम्मद ताज श्रीलंका में गृह युद्ध के दौरान तैनात भारतीय शांति सेना (आईपीकेएफ) का हिस्सा थे.
उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया था, हालांकि विभिन्न कारणों से उनके शव को श्रीलंका में ही दफना दिया गया था. अब उनके भाई मोहम्मद आजम ने केंद्र सरकार से उन्हें श्रीलंका जाने की सुविधा देने की अपील की है.
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आजम ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा कि ‘मैं वहां फातिहा पढ़ना चाहता हूं और यह देखना चाहता हूं कि मेरे भाई के बलिदान के सम्मान में बनाए गए कब्र का उचित रखरखाव किया जा रहा है या नहीं.’ उन्होंने कब्र के जीर्णोद्धार के लिए भारतीय सेना और सरकार से मदद की भी गुहार लगाई.
Tags: Indian army, Indian Army Heroes, Jammu and kashmirFIRST PUBLISHED : December 23, 2024, 21:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed