ट्रंप के आते ही जयशंकर ने कह दी ऐसी बात चीन-पाकिस्तान की टेंशन बढ़नी तय
ट्रंप के आते ही जयशंकर ने कह दी ऐसी बात चीन-पाकिस्तान की टेंशन बढ़नी तय
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्वाड को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है. ये भी बताया कि पूर्वी लद्दाख और एलएसी पर चीन के साथ डील कहां तक पहुंची. क्या पूरी सेनाएं हट गई हैं या नहीं.
नई दिल्ली. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को ऐसी बात कह दी जिससे चीन और पाकिस्तान की टेंशन बढ़नी तय है. जयशंकर ने कहा कि ‘क्वाड’ का एजेंडा खास है और यह आगे बढ़ रहा है. मुझे नहीं लगता कि डोनाल्ड ट्रंप के आने से ‘क्वाड’ के लिए उनका समर्थन कम होगा. आपको याद होगा कि ट्रंप के पहले कार्यकाल में उन्होंने ‘क्वाड’ को मजबूत बनाने के लिए काफी कोशिशें की थीं. ‘क्वाड’ चार देशों का समूह है. इसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं. चीन इसे अपने खिलाफ मानता है.
‘क्वाड’ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की सैन्य आक्रामकता का जवाब देने के लिए बनाया गया है. भारत-जापान फोरम में जयशंकर ने कहा, 2017 में ट्रंप सरकार का पहला साल था, जब क्वाड उप-मंत्री स्तर पर बातचीत की शुरुआत हुई. फिर 2019 में ट्रंप प्रशासन के दौरान उप-मंत्री स्तर से आगे बढ़ते हुए विदेश मंत्री स्तर की बातचीत हुई. हमारे पास यह उम्मीद करने के कई कारण हैं कि ट्रंप कहेंगे कि ‘क्वाड’ ने अच्छा काम किया है. इसलिए हम हमें इसे जारी रखना चाहिए. भारत 2025 में ‘क्वाड’ के अगले शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है.
पूर्वी लद्दाख पर पीछे हटा
पूर्वी लद्दाख में चीन के पीछे हटने का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा, वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने के संबंध में चुनौतियां बनी हुई हैं. उन्होंने कहा, चीन के साथ हमारा पूरा संबंध इस बात पर आधारित था कि बॉर्डर इलाके में शांति रहेगी. हमने जो समझौते किए हैं, उनका पालन किया जाएगा. 2020 में चीन ने सीमाई इलाकों में आर्मी बढ़ाई तो हमने भी जवाब दिया. फिर इस तनाव को खत्म करने में करीब साढ़े चार साल लग गए. चुनौतियां अभी भी हैं, लेकिन हम तनाव कम करने की राह पर हैं. हमने नजदीकी इलाकों से सेनाओं को हटाया है.
अब भी काफी सैनिक तैनात
जयशंकर ने कहा, अब ध्यान तनाव कम करने पर होगा क्योंकि इलाके में अब भी बहुत बड़ी संख्या में सैनिक तैनात हैं. अब हमें चीन के साथ बैठकर चर्चा करनी होगी कि हम अपने संबंधों को कैसे फिर से आगे बढ़ा सकते हैं और यह एक ऐसी कवायद है जिसे अभी शुरू किया जाना है. भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध मई 2020 में शुरू हुआ था और उस वर्ष जून में गलवान घाटी में हुई घातक झड़प के परिणामस्वरूप दोनों पड़ोसियों के बीच संबंधों में गंभीर तनाव पैदा हो गया.
Tags: Quad summit, S JaishankarFIRST PUBLISHED : December 6, 2024, 22:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed