प्रयागराज के इस मंदिर में कराएं रुद्राभिषेक खुश हो जाएंगे भोलेनाथ जानें खर्च

Rudrabhishek in Sawan: प्रयागराज में रुद्राभिषेक करवाकर आप भोलेनाथ को प्रसन्न कर सकते हैं. इस आर्टिकल में जानें इसकी बुकिंग के कितने रुपये लगेंगे.

प्रयागराज के इस मंदिर में कराएं रुद्राभिषेक खुश हो जाएंगे भोलेनाथ जानें खर्च
रजनीश यादव /प्रयागराज: सावन महीने की शुरुआत 22 जुलाई से शुरू हो जाएगी. इस बार के सावन में गजब का संयोग बन रहे हैं. दरअसल, इस बार सावन में पांच सोमवार आने वाले हैं. ऐसे में लोग भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग तरीके अपना सकते हैं. सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ के भक्त रुद्राभिषेक करवाते हैं.अगर आप प्रयागराज में मौजूद हैं एवं रुद्राभिषेक करवाना चाहते हैं, तो प्रयागराज के इस प्राचीन मंदिर में जाकर मंत्र उच्चारण के साथ रुद्राभिषेक करा सकते हैं. प्रयागराज में 2500 रुपये में कराएं रुद्राभिषेक प्रयागराज की दारागंज में नागों की राजा का प्राचीन मंदिर स्थित है, जिसका नाम है नाग वस्तु मंदिर. इस मंदिर के समीप एक शिवलिंग भी स्थापित किया गया है. ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव के साथ रहने की नागवासुकि ने ही इच्छा जताई थी, तभी से ये यहां मौजूद है. महत्वपूर्ण शिव मंदिर से रुद्राभिषेक करवाने के लिए यहां के पुजारी के द्वारा ₹2500 निर्धारित किया गया है. इसमें वह आपकी पूजा सामग्री के सभी सामान एवं मंत्र उच्चारण का शुल्क जोड़ते हैं. सावन के महीने में इस मंदिर में रुद्राभिषेक करने वालों की लंबी लाइन लगती है. ऐसे में यहां पर पहले से ही भीड़ को देखते हुए बुकिंग शुरू कर दी गई है. जहां आप पहले सी बुकिंग करवाने के लिए पर्ची कटवा सकते हैं. इस बार बन रहा गजब का योग मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित श्याम बिहारी मिश्र बताते हैं कि इस बार सावन पर बहुत अच्छा योग बन रहा है. इस सावन में 300 दिन भगवान शिव के दर्शन किए जा सकते हैं. वहीं, इस बार भगवान शिव एवं नाग वासिकी का दर्शन करने वाले भक्तों का कल दोष एवं सर्प दोष नष्ट हो जाएगा. बताते हैं कि भगवान शिव ही ऐसे देवता हैं, जिनकी पूजा हम 24 घंटे कर सकते हैं. यही मात्र ऐसे भगवान हैं, जिनका जिला अभिषेक किसी भी मुहूर्त में और कभी भी किया जा सकता है. वही बताते हैं कि दारागंज में स्थित या प्राचीन नाग वासुकी मंदिर भगवान शिव ब्रह्मा एवं विष्णु से जुड़ा हुआ है. जब ब्रह्मा ने प्रयागराज में पहली बार यज्ञ किया तो सभी देवताओं को उनका स्थान दिया जा रहा था . ऐसे में नाग वासुकी ने भी अपने स्थान की मांग की और वह भगवान शिव के करीब रहना चाहते थे. सावन के दौरान लोग अलग-अलग उपाय करते हैं. रुद्राभिषेक भी इन उपायों में से एक है. ऐसा माना जाता है कि सावन के दौरान रुद्राभिषेक कर भोलेनाथ को प्रसन्न करना बहुत आसान होता है. Tags: Local18, Prayagraj NewsFIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 12:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed