शराब पीते पकड़े गए बड़े साहब अरेस्ट भी हुए मगर फिर भी मिल रही इज्जत

बिहार में जबसे शराबबंदी लागू है तब से ही शराब पीने वालों की शामत आई हुई है. आम आदमी को कभी कोई पुलिसवाला पकड़ तो कमर में रस्सी लगाने भी देर नहीं करता. लेकिन वही अगर कोई बड़े अधिकारी या रसूख वाले पकड़े जाएं तो उनके साथ कई बार अलग व्यवहार करती है. ऐसा ही मामला किशनगंज से आया है जहां एक अफसर शराब पीते पकड़े गए हैं, लेकिन उनपर कार्रवाई.... आगे पूरी रिपोर्ट पढ़िये.                                                                                                                                                           

शराब पीते पकड़े गए बड़े साहब अरेस्ट भी हुए मगर फिर भी मिल रही इज्जत
आशीष कुमार सिन्हा/किशनगंज. बिहार में शराबबंदी वर्ष 2016 से लागू है. सीएम नीतीश कुमार इसको लेकर बेहद संजीदा हैं और समय-समय पर निर्देश भी देते रहते हैं. लेकिन, उनके निर्देशों को बिहार सरकार के अधिकारी और कर्मी ही पलीता लगाते कई बार पकड़े गए हैं ऐसा ही एक मामला फिर समाने आया है जब किशनगंज के एक बड़े अधिकारी को शराब पीते सरेआम पकड़ा गया है. दरअसल, शराब पीने के आरोप में जिला के कोषागार पदाधिकारी (ट्रेजरी ऑफिसर) नागेंद्र राम को उत्पाद विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि उनको सुभाष पाली स्थित उनके ही आवास से अरेस्ट किया गया है. उत्पाद विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि कोई अधिकारी घर पर शराब का सेवन कर रहा है, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे भवन निर्माण विभाग के सर्किट हाउस में लाया गया. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी को लेकर काफी गंभीर हैं और हर कार्यक्रम में कर्मियों एवं अधिकारियों को शराब न पीने और न ही पिलाने के लिए निर्देशित करते हैं. ऐसे मामले में किसी प्रकार के सहयोग न मिल सके इसकी शपथ दिलाते हैं. ऐसे हालत में सरकार के अधिकारी द्वारा ही शराब का सेवन करना उनकी शराबबंदी अभियान में पलीता लगा रहे हैं. फिलहाल गिरफ्तारी के बाद वे कई तरह की दलील दे रहे हैं और अपने को निर्दोष बता रहे हैं. वहीं चूंकि अधिकारी हैं लिहाजा उत्पाद विभाग के अधिकारी भी मामले में ज्यादा बोलने से बच रहे हैं. हालांकि, अफसरों व कर्मियों ने गिरफ्तारी की बात कबूली है और कानून के अनुरूप कार्य करने की बात कही है. हालांकि, बड़ा सवाल यदि कोई गरीब आदमी शराब का सेवन करता है तो उसकी कमर में रस्सी लगाकर तुरंत जेल भेज दिया जाता है, वहीं ऐसे वरीय अधिकतरी जो जिला के उच्च पद पर बैठे हैं और जिले की बड़ी जिम्मेवारी का काम इनके हाथों में है. ऐसे मामले में प्रशासन द्वारा कितनी गंभीरता दिखाई जाती है यह देखने वाली बात है. Tags: Bihar latest news, Bihar NewsFIRST PUBLISHED : May 3, 2024, 15:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed