अभ्युदय योजना से युवाओं को मिल रही उड़ान नीट और जेईई में कई का हुआ सेलेक्शन

Abhyudaya Yojana: बाराबंकी जिले में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का सफल परिणाम हाल ही में आये नीट, जेईई समेत तमाम प्रतियोगिताओं में देखने को मिला. इसके तहत जिले के आधे दर्जन से अधिक....

अभ्युदय योजना से युवाओं को मिल रही उड़ान नीट और जेईई में कई का हुआ सेलेक्शन
रिपोर्ट- संजय यादव बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना मेधावी छात्रों के लिए वरदान साबित हो रही है. इसमें आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, नीट, एनडीए, सीडीएस, जेईई सहित तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को विषय विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा दी जा रही है. प्रदेश की योगी सरकार द्वारा शुरू की गई अभ्युदय योजना उन गरीब बच्चों के सपने को पूरा कर रही है जिन्होंने अपनी आंखों में अधिकारी बनने का सपना देखा है. बाराबंकी जिले में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का सफल परिणाम हाल ही में आये नीट, जेईई समेत तमाम प्रतियोगिताओं में देखने को मिला. इसके तहत जिले के आधे दर्जन से अधिक अभ्यार्थियों ने सफलता हांसिल कर जिले का नाम रोशन किया है. इन विद्यार्थियों की सफलता देख तैयारी कर रहे कमजोर आर्थिक परिवेश के छात्रों का सफलता को लेकर आत्मविश्वास बढ़ा है. बाराबंकी जिले में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत डीएवी कॉलेज कैंपस, राजकीय पुस्तकालय एवं आश्रम पद्धति विद्यालय परिसर में संचालित नि;शुल्क कोचिंग में करीब 480 अभ्यार्थियों को विषय विशेषज्ञों द्वारा तैयारी करवाई जा रही है. जिला समाज कल्याण अधिकारी सुषमा वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना एक महत्वकांक्षी योजना है. इस योजना के माध्यम से जनपद के दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र के जिन बच्चों के पास प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए संसाधन नहीं है उन बच्चों को हम विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं यूपीएससी, यूपीपीएससी, एनडीए, सीडीएस, नीट और जेईई की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग संचालित कर रहे हैं. बाराबंकी जिले में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत जिला पुस्तकालय, डीएवी कॉलेज कैंपस एवं एटीएस कैम्पस में संचालित नि;शुल्क कोचिंग में करीब 400 छात्रों को विषय विशेषज्ञों द्वारा तैयारी करवाई जा रही है. वहीं जनपद में रहकर के ही छात्र छात्राएं प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं. अब उनको कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं है. यह कोचिंग व्यवस्था गरीब छात्रों के लिए भी संजीवनी है. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 20:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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