11 या 12 मई कब है वैशाख विनायक चतुर्थी काशी के ज्योतिषी ने दूर किया कंफ्यूजन
11 या 12 मई कब है वैशाख विनायक चतुर्थी काशी के ज्योतिषी ने दूर किया कंफ्यूजन
हर माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर विनायक चतुर्थी मनाई जाती है. यह तिथि विशेष रूप से भगवान गणेश की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होती है. पंचांग के मुताबिक वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 11 मई को दोपहर 2 बजकर 50 मिनट से हो रही है.
वाराणसी: सनातन धर्म में चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व है. यह तिथि विघ्नहर्ता भगवान गणेश को समर्पित है. धार्मिक मान्यता है की इस दिन इनका विधि-विधान से पूजन किया जाता है. कहते हैं कि इस व्रत रखने वाले जातक के जीवन में आ रहे सभी कष्ट और संकट दूर होते हैं. इस दिन किए गए पूजा अनुष्ठान का दोगुना फल प्राप्त होता है. यही वजह है की इस चतुर्थी तिथि को जीवन के सारे विघ्न दूर करने के लिए लोग भगवान गणेश की पूजा करते हैं.
हिन्दू पंचांग के अनुसार हर माह में दो बार चतुर्थी तिथि होती हैं. शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जानते हैं . काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि वैशाख विनायक चतुर्थी तिथि का शास्त्रों में विशेष महत्व है. इस दिन पूजा, व्रत और मंत्र-जप से भगवान गणेश को प्रसन्न किया जा सकता है.
कब है वैशाख विनायक चतुर्थी का व्रत?
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि पंचांग के मुताबिक वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 11 मई को दोपहर 2 बजकर 50 मिनट से हो रही जो अगले दिन दोपहर 2 बजकर 5 मिनट तक रहेगा. गणेश चतुर्थी पर पूरे दिन व्रत के बाद रात्रि में चंद्रोदय के समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर उनकी पूजा होती है. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, विनायक चतुर्थी 11 मई, शनिवार के दिन मनाई जाएगी और इसी दिन विनायक चतुर्थी का व्रत भी रखा जाएगा.
11 मई को पूजा का शुभ मुहूर्त
पंडित संजय उपाध्याय के मुताबिक, 11 मई को शाम 7 बजकर 20 मिनट से 9 बजकर 17 मिनट का समय गणपति की पूजा के लिए श्रेष्ठ है. इस समय में गणेश भगवान को लाल वस्त्र अर्पण कर उन्हें दूर्वा घास, लड्डू का भोग लगाकर उनके सामने घी का दीपक जलाना चाहिए और उनसे जीवन के सारे संकट हरने की प्रार्थना करनी चाहिए.
108 बार करें इस मंत्र का जाप
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि पूजा के दौरान आपको भगवान गणेश के बीज मंत्र,’: ॐ गं गणपतये नमो नमः मंत्र का 108 बार जरूर जप करना चाहिए.
Tags: Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : May 10, 2024, 13:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed