समंदर में ड्रैगन की बोलती बंद नौसेना को एक साथ तीन जैकपॉट
समंदर में ड्रैगन की बोलती बंद नौसेना को एक साथ तीन जैकपॉट
Indian navy news : 2047 तक भारतीय नौसेना की ताकत पूरी तरह से सव्देशी होगी. आत्मनिर्भर भारत मुहीम के चलते ताकत में जबरदस्त इजाफा. एक साथ दो वॉरशिप और एक सबमरीन के शामिल हो रहे है. नीले समंदर में दूर तक और देर तक नौसेना किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार.चीन पाकिस्तान की साजिशों को नीले समंदर की गहराइयों में दफन करने के लिए आ रहे है स्वदेशी हथियार.
Indian navy news : फ्रिडम ऑफ नेविगेशन का बेजा इस्तेमाल करने वाले चीन की दादागिरी साउथ चाईना सी में ही चल सकती है . हिंद महासागर क्षेत्र में उसकी एक नहीं चलने वाली. भारतीय नौसेना ने कमर कस ली है. साल 2025 का पहला महीना भारतीय नौसेना के लिए बेहद खास है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौसेना को एक साथ तीन सौगात देने जा रहे हैं. 15 जनवरी को मुंबई में एक साथ तीन स्वदेशी वॉरशिप, सबमरीन को नौसेना में शामलि किया जाएगा. प्रोजेक्ट 15-B के तहत दुनिया का सबसे खतरनाक स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर INS सूरत, प्रोजेक्ट 75 के तहत वगशीर स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन और 17A के तहत नीलगिरी क्लास फ्रीगेट शामिल किया जाना है.
स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर INS सूरत
स्वदेशी डिस्ट्रॉयर INS सूरत दुनिया का सबसे खतरनाक स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर में से एक है. विशाखपत्तनम क्लास स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर का चौथा जंगी जहाज है. ‘सूरत’ की खास बात यह है कि देश में यह अब तक के बने वॉरशिप में ये सबसे कम समय में तैयार हुआ. मजगांव डॉक लिमिटेड (MDL) में इसे बनाया गया है. स्वदेशी स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रायर दुश्मन के रडार की पकड़ में नहीं आने वाला. इसमें सतह से सतह में मार करने वाली मिसाइल वर्टिकल लॉन्चर लगे हैं. कुल 32 मीडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल दागी जा सकती है. INS सूरत एंटी सर्फेस वॉरफेयर के लिये ब्रह्मोस एंटी शिप मिसाइल सिस्टम से लैस है. इस सिस्टम से 16 ब्रह्मोस मिसाइलें फायर की जा सकती हैं. इसमें आधुनिक सर्विलांस रडार लगा हुआ है. इसमें दुश्मन की सबमरीन को नष्ट करने के लिए रॉकेट लॉन्चर और टॉरपिडो लॉन्चर भी मौजूद है. इस डिस्ट्रायर की लंबाई 163 मीटर है. 7400 टन वजनी यह डिस्ट्रायर चार पावरफुल गैस टर्बाइन की मदद से 30 नॉटिकल मील की अधिकतम रफ़्तार से चल सकता है.
‘वगशीर’ स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन
एयरक्राफ्ट कैरियर किलर सबमरीन वगशीर प्रोजेक्ट 75 की छठी और आखिरी स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन है. यह डीजल इलेक्ट्रिक अटैक सबमरीन है. यह आधुनिक फीचर्स से लैस है. आकार में 221 फिट लंबी और उचांई 40 फिट है. इसकी रफ्तार पानी के अंदर 35 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा है तो पानी सतह पर इसकी रफ्तार 20 किलोमीटर प्रति घंटे के करीब है. दुश्मन की नजरों से बचकर टॉरपीडो और एंटी शिप मिसाइलों से दुश्मन पर सटीक हमला कर सकती है. दुश्मन के टार्पीडों से बचने के लिए ये एंटी टॉर्पीडो काउंटरमेजर सिस्टम से लैस है. एक साथ ये 18 टॉरपीडों या एंटी शिप मिसाइल या 30 से ज्यादा माइन से लेस किया जा सकता है. आज की ये अत्याधुनिक सबमरीन हर तरह के ऐंटी सरफेस और ऐंटी सबमरीन ऑपरेशन को अंजाम देने में माहिर है. इससे खुफिया सूचनाएं जुटाना, माइन बिछाना, इलाके की निगरानी करना जैसे कई मिशनों को अंजाम दिया जा सकता है.
नीलगिरी क्लास स्टेल्थ फ्रीगेट
प्रोजेक्ट 17A के तहत बनाए जा रहे 7 स्टेल्थ फ्रीगेट का पहला वॉरशिप नीलगिरी है. इस प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे सभी फ्रिगेट में 75 फीसदी उपकरण स्वदेशी कंपनियों से लिए गए है. 6600 टन वजनी यह फ्रिगेट 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफतार से चल सकता है. एंटी एयर वॉरफेयर के लिए एयर डिफेंस गन और बराक 8 लॉंग रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल, एंटी सर्फेस और एंटी शिप वॉरफेयर के लिए ब्रह्मोस, एंटी सबमरीन वॉरफेयर के लिए वरुणास्त्र और एंटी सबमरीन रॉकेट लॉंचर से लेस है. यह फ्रिगेट सोनार, कॉंबेट मैनेजमेंट सिस्टम और मल्टी फ़ंक्शन डिजिटल रडार से लेस है. लंबी दूरी से आने वाले अटैक को डिटेक्ट भी कर सकता है उसे ट्रैक भी कर सकता है और उसे इंटरसेप्ट भी कर सकता है. इस फ़्रिगेट में 2 हैलिकॉप्टर भी आसानी से लैंड कर सकते है और उन्हें रखने के लिए हैंगर भी मौजूद है.
Tags: Defence ministry, Defense Minister Rajnath Singh, Indian navy, PM ModiFIRST PUBLISHED : January 1, 2025, 11:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed