IAC Vikrant : 1600 नौसैनिक 30 से ज्‍यादा फाइटर जेट-हेलिकॉप्‍टर की तैनाती जानें किन ताकतों के साथ नेवी में आएगा ये युद्धपोत

IAC Vikrant : इस एयरक्रफ्ट कैरियर में 30 से ज़्यादा फाइटर और हैलिकॉप्टर को तैनात किया जा सकता है और खुद की सुरक्षा के लिए इस कैरियर में मिडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल से लैस किया गया है. इस एयरक्रफ्ट कैरियर में कुल 1600 नौ सैनिक एक साथ रह सकते हैं और पूरे कैरियर में 2300 कंपार्टमेंट है. 42800 टन वज़नी ये कैरियर 28 नॉटिकल मील प्रतिघंटा के रफ़्तार से मूव कर सकता है. कोविड महामारी के बावजूद इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए नौसेना और कोच्चि शिपयार्ड लिमिटेड लगातार जुटी रही.

IAC Vikrant : 1600 नौसैनिक 30 से ज्‍यादा फाइटर जेट-हेलिकॉप्‍टर की तैनाती जानें किन ताकतों के साथ नेवी में आएगा ये युद्धपोत
नई दिल्‍ली : 2 सिंतबर 2022, ये वो तारीख़ होगी जब भारत की स्वदेशी ताक़त दुनिया के उन चुनिंदा 6 देशों में शामिल हो जाएगी, जोकि 40 हज़ार टन वज़नी एयरक्रफ्ट कैरियर को न सिर्फ़ डिजाईन कर सकते हैं, बल्कि उनका निर्माण भी कर सकते हैं. लंबे इंतजार के बाद आख़िर नौसेना ने आईएसी विक्रांत (IAC Vikrant) को शामिल करने की तारीख़ की आधिकारिक घोषणा कर दी. नौसेना के वाइस चीफ वाइस एडमिरल एस एन घोरमाडे ने इसका ऐलान किया. वाइस चीफ ने बताया कि एतिहासिक स्वदेशी एयरक्रफ्ट कैरियर 2 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में नौसेना में शामिल किया जाएगा . अगर इस एयरक्रफ्ट कैरियर की शुरूआत की बात करें तो इसके निर्माण की शुरुआत फ़रवरी 2009 को कील ले करने के साथ हुई. उसके बाद पहली बार अगस्त 2013 में इस कैरियर को पानी में उतारा गया था. नवंबर 2020 में इसका पहला बेसिन ट्रायल ख़त्म हुआ. जुलाई 2022 में इस एयरक्रफ्ट कैरियर के सभी पांच समुद्री ट्रायल पूरे किए गए और फिर कोच्चि शिपयार्ड लिमिटेड ने जुलाई 2022 को नौसेना को सौंप दिया और अब बारी है फ़ाईटर ऑपरेशन ट्रायल की. वाइस चीफ वाइस एडमिरल एस एन घोरमाडे के मुताबिक़, एयरक्रफ्ट कैरियर के कमिशन के बाद कैरियर समुद्र में सेल करेगा और मौसम को ध्यान में रखते हुए इस साल नंवबर में इस कैरियर पर फाइटर लैंडिंग ट्रायल शुरू हो जाएंगे. विक्रांत के लिए फ़्रांस के रफाल M और अमेरिका के F-18 सुपर हार्नेट का स्की जंप ट्रायल पूरा हो चुका है और जल्द उन दोनों में से एक के नौसेना अपने एयरक्रफ्ट कैरियर के लिए चुनेगी, लेकिन जब तक ये प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती तब तक भारतीय नौसेना मौजूदा मिग 28 K कैरियर बेस्ड फाइटर का इस्तेमाल करेगी, जोकि इस वक्त भारत के इकलौते एयरक्रफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य से ऑपरेट कर रहे हैं. भारतीय नौसेना ने रूस से 45 मिग 29 K ख़रीदे थे. वाइस चीफ वाइस एडमिरल एस एन घोरमाडे ने कहा कि इस कैरियर को बनाने में देश के 18 राज्य और यूटी के अलग-अलग जगह पर बने इक्पिमेंट जहाज़ में लगाए है और ये भारत की एकता का प्रतीक है. स्वदेशी एयरक्रफ्ट कैरियर निर्माण के बाद भारत दुनिया के उन देशों में शामिल हो जाएगा, जिनके पास एयरक्रफ्ट कैरियर बनाने की तकनीक है. इससे पहले दुनिया के 5 देश अमेरिका, फ़्रांस, यूके, रूस और चीन के पास ही ये तकनीक थी और भारत भी इनमें शामिल हो गया. इस एयरक्रफ्ट कैरियर में 30 से ज़्यादा फाइटर और हैलिकॉप्टर को तैनात किया जा सकता है और खुद की सुरक्षा के लिए इस कैरियर में मिडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल से लैस किया गया है. इस एयरक्रफ्ट कैरियर में कुल 1600 नौ सैनिक एक साथ रह सकते हैं और पूरे कैरियर में 2300 कंपार्टमेंट है. 42800 टन वज़नी ये कैरियर 28 नॉटिकल मील प्रतिघंटा के रफ़्तार से मूव कर सकता है. कोविड महामारी के बावजूद इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए नौसेना और कोच्चि शिपयार्ड लिमिटेड लगातार जुटी रही. स्वदेशी युद्ध पोत निर्माण की बात करें तो अब तक भारत में 96 जंगी जहाज़ और सबमरीन का निर्माण किस जा चुका है और 41 युद्ध पोत का निर्माण नौसेना के लिए किया जा रहा है, जिनमें से 39 का निर्माण भारत में हो रहा है. वहीं, 49 युद्ध पोत AON जारी हो चुका है. भारतीय नौसेना की ब्लू वॉटर ताक़त को बढ़ाने के लिए सरकार लगातार जुटी हुई है और इस एयरक्रफ्ट कैरियर के आने के बाद हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता का प्रतीक होगा और चीन के ब्लू वॉटर प्लान को एक बड़ा झटका भी होगा, क्योंकि चीन ने अपनी नौसेना की ताक़त को बढ़ाते हुए उनकी संख्या 6 तक ले जाना चाहता है, जिनमें से आधे यानी 3 को तो वो हासिल कर चुका है और उसी के बूते वो समंदर पर राज करना चाहता है, लेकिन चीन की सबसे कमजोर कड़ी भारत के हाथ है और वो है हिंद महासागर क्षेत्र से होने वाला चीन का एनर्जी ट्रेड, जिस पर भारत कभी भी दीवार बनकर खड़ा हो सकता है… बहरहाल ये कहना ग़लत नहीं होगा कि चीन के हिंद महासागर क्षेत्र में दखल पर स्वदेशी एयरक्रफ्ट कैरियर करेगा डीरेल करने को काफ़ी होगा. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: IAC-1 Vikrant, Indian navyFIRST PUBLISHED : August 25, 2022, 18:59 IST