ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार रूस में आमने सामने होगी भारत और पाकिस्तान की फौज

MILITRY EXERCISE: . रूस के साथ राजनयिक, सामरिक और व्यापरिक संबंध इंतने मज़बूत है कि किसी भी मुश्किल की घड़ी हो रूस ने हमेशा भारत का साथ दिया है तो भारत ने रूस का. रूस और यूक्रेन की जंग के दौरान जब अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों ने जब रूस के साथ सारे व्यापारिक रिश्ते ख़त्म करने का दबाव बनाया कई देश उस दबाव में आए लेकिन भारत कभी उस दबाव में नहीं आया. भारत ने दिखा दिया कि रूस के साथ उसके रिश्ते आजा के नहीं है और किसी दूसरे देशों के दबाव के बावजूद हम अपने हितों का नुक़सान नहीं होने देंगे. तभी पाकिस्तान की मौजूदगी के बावजूद भारतीय सेना रूस के बुलावे पर अभ्यास में हिस्सा लेने जा रही है.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार रूस में आमने सामने होगी भारत और पाकिस्तान की फौज