पाकिस्तान के साथ व्यापार शुरू करने की जल्दी में नहीं भारत शहबाज शरीफ के पाले में डाली गेंद
पाकिस्तान के साथ व्यापार शुरू करने की जल्दी में नहीं भारत शहबाज शरीफ के पाले में डाली गेंद
India-Pakistan Trade: पाकिस्तान में जारी बाढ़ और लगातार मॉनसून की बारिश के बीच सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. ऐसे में लाहौर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एलसीसीआई) ने मंगलवार को पाकिस्तान सरकार से वाघा सीमा के माध्यम से पड़ोसी भारत से सब्जी आयात की अनुमति देने की मांग की. पाकिस्तान ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है.
हाइलाइट्सपाकिस्तान में प्याज और टमाटर की कीमत 700 रुपये प्रति किलो के पार.अगस्त 2019 में पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी तरह के व्यापार पर लगा दी थी रोक. विनाशकारी बाढ़ में अब तक 1000 से अधिक लोग की हुई मौत, 33 लाख प्रभावित.
नई दिल्ली. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan Flood) इन दिनों बाढ़ की मार झेल रहा है. पहले से कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए ये बाढ़ बड़ी आफत बनकर आई है. लाहौर और पंजाब प्रांत के अन्य हिस्सों में आए विनाशकारी बाढ़ के कारण फसलें चौपट हो गई हैं. ऐसे में विभिन्न सब्जियों और फलों की कीमतों (Pakistan Inflation) में भारी उछाल आई है. इसको देखते हुए पाकिस्तान सरकार भारत से टमाटर और प्याज का आयात करने पर विचार कर रही है. इस बीच इस मामले से वाकिफ अधिकारी ने कहा कि भारत को पाकिस्तान के साथ व्यापार (India-Pakistan trade)शुरू करने की कोशिश जल्दबाजी नहीं है. मदद लेनी है या नहीं ये फैसला पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार को करना चाहिए.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले के जानकर अधिकारी ने कहा, भारत ने भी पड़ोसी देश में विनाशकारी बाढ़ के मद्देनजर सहायता देने पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया है, लेकिन भारतीय क्षेत्र के माध्यम से शिपिंग सहायता के बारे में अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के अनुरोधों पर विचार किया जा रहा है.
पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि व्यापार और मानवीय सहायता दोनों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया है. मुश्किल समय में इस्लामाबाद भारत से सब्जियों और खाद्य पदार्थों के आयात पर विचार कर सकता है, ताकि बाढ़ के कारण सब्जियों की होने वाली कमी से निपटा जा सके. बता दें कि विनाशकारी बाढ़ में अब तक 1000 से अधिक लोग मारे गए हैं और 33 लाख प्रभावित हुए हैं.
भारत-पाकिस्तान के रिश्ते के जानकारों ने बताया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को एक मीडिया ब्रीफिंग कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए व्यापार की बहाली की बात कही थी. ये भारत के पक्ष में अच्छा नहीं माना जा सकता.
जानकारों ने बताया, “व्यापार के मुद्दे पर पाकिस्तानी पक्ष की ओर से हर तरह के उलटफेर होते रहे हैं. और जब व्यापार को कश्मीर के मुद्दे से जोड़ा जाता है, तो आप हमसे क्या करने की उम्मीद करते हैं?” उन्होंने बताया कि अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के नई दिल्ली के फैसले के जवाब में इस्लामाबाद ने भारत के साथ व्यापार को एकतरफा निलंबित कर दिया. अब व्यापार को फिर से शुरू करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है.
रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले दिनों में पाकिस्तान में खाद्य पदार्थों की कीमतें और बढ़ेंगी, क्योंकि बाढ़ के कारण बलूचिस्तान, सिंध और दक्षिण पंजाब से सब्जियों की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है. लाहौर बाजार के एक थोक व्यापारी जवाद रिजवी ने कहा, ‘आगामी दिनों में प्याज और टमाटर की कीमत 700 रुपये प्रति किलो के पार हो सकती है. इसी तरह आलू की कीमत 40 रुपये किलो से बढ़कर 120 किलो हो गई है.’
ऐसी खबरें भी हैं कि पाकिस्तान सरकार वाघा सीमा के जरिए भारत से प्याज और टमाटर आयात करने के विकल्प पर विचार कर रही है. वर्तमान में लाहौर और पंजाब के अन्य शहरों में तोरखम सीमा के जरिए अफगानिस्तान से टमाटर और प्याज की आपूर्ति हो रही है. लाहौर मार्केट कमेटी के सचिव शहजाद चीमा ने कहा कि बाढ़ के कारण शिमला मिर्च जैसी सब्जियों की भी बाजार में कमी हो गई है. उन्होंने कहा कि ताफ्तान सीमा (बलूचिस्तान) के जरिए ईरान से सब्जियों का आयात करना उतना सुगम नहीं है, क्योंकि ईरान सरकार ने आयात और निर्यात पर कर बढ़ा दिया है.
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Tags: Flood, India Pakistan Relations, PakistanFIRST PUBLISHED : September 01, 2022, 22:10 IST