पब्लिक बेसब्र उपद्रवी बेकाबू शासन बेबस और कानूनरेलवे पर निशाना क्यों
पब्लिक बेसब्र उपद्रवी बेकाबू शासन बेबस और कानूनरेलवे पर निशाना क्यों
Attacks on Train: कहते हैं शासन कानून के इकबाल से चलता है. लेकिन, लोकतंत्र की अच्छाइयों के बीच खामियों और उसकी मजबूरियों के कारण कई बार इसका दर्द आम पब्लिक को झेलना पड़ता है. राष्ट्रीय संपत्ति का नुकसान होता है और उसकी पीड़ा अंततः आम लोग ही सहते हैं. हाल के दिनों में ट्रेनों पर लगातार हो रहे हमलों से कुछ यही जाहिर होता है कि बेसब्र होते लोग, बेकाबू उपद्रवी, बेबस शासन और पुलिस की नाकामी से यह सिलसिला थम नहीं रहा. कानून भी हैं पर क्या फायदा?