अयोध्या/सर्वेश श्रीवास्तव: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक राशि चक्र में 12 राशियां होती हैं. इसमें प्रथम राशि मेष है और अंतिम राशि मीन. मेष और वृश्चिक के स्वामी मंगल होते हैं और आराध्या हनुमान जी होते हैं. दूसरी तरफ मिथुन और कन्या के स्वामी बुध होते हैं. आराध्य भगवान गणेश माने जाते हैं. मकर और कुंभ के स्वामी शनि देव होते हैं और आराध्या महादेव होते हैं. इसके अलावा वृषभ और तुला के स्वामी शुक्र होते हैं और आराध्या जगत जननी मां दुर्गा होती हैं. ऐसे ही इन सभी 12 राशियों में एक राशि ऐसी भी है, जिस पर न्याय के देवता कहा जाता है. शनिदेव की कृपा से इस राशि के जातक के सभी बिगड़े काम बन जाते हैं.
कुंभ राशि में विराजमान हैं शनिदेव
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि ज्योतिष गणना के मुताबिक वर्तमान समय में शनि देव कुंभ राशि में विराजमान हैं. इस राशि के स्वामी स्वयं शनिदेव ही माने जाते हैं. शनि देव के कुंभ राशि में गोचर से मकर राशि के जातक पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है. तो दूसरी तरफ कुंभ राशि के जातक पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू हो गया. जबकि मीन राशि के जातक पर प्रथम चरण चल रहा है. इसके साथ ही कर्क और वृश्चिक राशि के जातक पर शनि की ढैया चल रही है. साढ़ेसाती के चलते मकर और कुंभ राशि के जातक को विषम परिस्थितियों का सामना भी करना पड़ रहा है.
किस राशि के जातकों के लिए अच्छे हैं शनि देव?
तुला राशि में शनि देव उच्च होते हैं. शनि देव की विशेष कृपा तुला राशि के जातक पर बरसती है. इसी वजह से तुला राशि के जातक के करियर और कारोबार में भी वृद्धि होती है. तुला राशि के स्वामी शुक्र माने जाते हैं. इसके अलावा तुला राशि के जातक के जीवन में सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है. इस राशि के जातक के लिए शुभ रंग सफेद माना जाता है और शुभ अंक 2.
नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र द्वारा आधारित है न्यूज़ 18 इसकी पुष्टि नहीं करता है.
Tags: Ayodhya News, Local18FIRST PUBLISHED : July 13, 2024, 09:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed