साहब की उम्र के कारण आपने बारामती के गांवों में पहुंचे दादा की भावुक अपील
साहब की उम्र के कारण आपने बारामती के गांवों में पहुंचे दादा की भावुक अपील
Maharashtra Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक बार फिर बारामती सबसे हॉट सीट बनकर उभरी है. इस सीट पर अजीत पवार के सामने उनके सगे भतीजे युगेंद्र पवार हैं. युगेंद पवार के पीछे शरद पवार खड़े हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी दल सड़क पर उतर चुके हैं. इस बीच बारामती एक बार फिर सबसे हॉट सीट बनकर उभरी है. यहां से एनसीपी के प्रमुख अजीत पवार मैदान में हैं. उनके खिलाफ एनसीपी शरद पवार गुट से युगेंद्र पवार मैदान में हैं. युगेंद्र, अजीत पवार के सगे भतीजे हैं. चाचा-भतीजे की इस लड़ाई में परदे के पीछे मुख्य किरदार शरद पवार हैं. बीते लोकसभा में बारामती में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले मैदान में थीं. उनके खिलाफ अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार थीं. लेकिन, सुप्रिया ने शानदार जीत दर्ज की. खुद बारामती विधानसभा क्षेत्र में उनको 48 हजार से अधिक वोटों की लीड मिली थी.
लोकसभा में मिली हार के बाद अजीत पवार इस बार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते. वह भाईदूज के दिन सुबह-सुबह बारामती के गांवों में निकल पड़े. इससे पहले के तमाम विधानसभा चुनाव के दौरान अजीत पवार बारामती में प्रचार के आखिरी दिन एक ही सभा करते थे और वोट देने की अपील करते थे. लेकिन, इस बार अजीत पवार कुछ सतर्क नजर आ रहे हैं.
उपमुख्यमंत्री अजित पवार सुबह सात बजे से ही गांवों का दौरा शुरू कर दिया. उन्होंने सुबह-सुबह बारामती के वंजारवाड़ी में ग्रामीणों से बातचीत की और उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं दीं. इसके बाद उन्होंने रुई गांव में बैठक की. इस बैठक में अजीत पवार ने बताया कि उन्होंने बीजेपी के साथ जाने का फैसला क्यों किया.
अजीतदाद की भावुक अपील
अजीत पवार ने सावले में एक सभा को संबोधित करते हुए भावनात्मक अपील की. अजीत पवार ने कहा कि आपने पवार साहब (शरद पवार) की उम्र को देखते हुए लोकसभा में वोट दिया. आपने पवार साहब को खुश कर दिया. अब विधानसभा चुनाव है कृपया मुझे खुश करें.
मैंने पार्टी नहीं लूटी
अजीत पवार ने कहा कि अगर सर (शरद पवार) आएं तो उन्हें बताना. लोकसभा में हमने आपका सम्मान किया. उन्होंने कहा कि मुझे पार्टी इसलिए मिली क्योंकि विधायक मेरे साथ आए और आज मैं पार्टी का नेता बन गया. अजीत पवार ने कहा कि मुझे अब भी पार्टी चोर कहा जाता है.
एनसीपी में फूट के बाद कहा जा रहा था कि पवार परिवार में कोई फूट नहीं होगी. हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद ऐसा लग रहा है कि पवार परिवार में सबकुछ ठीक नहीं है. हर साल दिवाली के दौरान, पवार परिवार पड़वा में अपने कार्यकर्ताओं से मिलता है और उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं देता है. हालांकि, इस साल अजीत पवार ने गोविंद बाग की बजाय अपने काटेवाड़ी में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और अलग से चूल्हा भेंट किया.
Tags: Ajit Pawar, Maharashtra election 2024, Maharashtra Elections, Sharad pawarFIRST PUBLISHED : November 3, 2024, 12:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed